भोपाल: मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है. ग्रामीण विकास विभाग ने वार्ड और पदों के आरक्षण लिस्ट जारी कर दी है. इसके साथ ही पंचायत के वार्ड, सरपंच पद, जनपद और जिला पंचायत के वार्ड, जनपद पंचायत के अध्यक्ष पद के आरक्षण के लिए सूचना जारी कर दी गई है. 27 जनवरी को पंचायतों के वार्ड और सरपंच पद का आरक्षण जारी हो चुका है. वहीं छत्तीसगढ़ में 15 साल बाद नक्सल प्रभावित इलाकों में पंचायत के चुनाव कराए जाएंगे.


जिला पंचायत अध्यक्ष आरक्षण की कार्रवाई प्रदेश स्तर पर


सरपंच पदों के आरक्षण के बाद अब 30 जनवरी को जनपद और जिला पंचायत के वार्ड के साथ जनपद पंचायत के अध्यक्ष पद का आरक्षण किया जाना है. जिला पंचायत के अध्यक्ष के आरक्षण की कार्रवाई प्रदेश स्तर पर होनी है. इसकी रूपरेखा अलग से घोषित की जाएगी. पंचायत चुनाव का कार्यक्रम पंचायत एवं ग्रामीण विकास के अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने जारी किया है.


आरक्षण प्रक्रिया पूरी कर विभाग को रिपोर्ट सौंपेंगे कलेक्टर


पंचयात चुनाव के किए जिला कलेक्टरों को तीन फरवरी तक आरक्षण प्रक्रिया समाप्त करके रिपोर्ट कमिश्नर पंचायतराज के कार्यालय और राज्य निर्वाचन आयोग को भेजनी है. गैर अनुसूचित क्षेत्र के सरपंच और जनपद पंचायत के अध्यक्ष पद लॉटरी निकालकर आरक्षित किए जाएंगे. वहीं अनुसूचित क्षेत्र की सभी पंचायत के सरपंच और जनपद पंचायत के अध्यक्ष पद अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित रखे जाएंगे. अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए वार्ड आरक्षण आबादी के हिसाब से होगा. वहीं, अन्य पिछड़ा वर्ग और महिलाओं के लिए पद लॉटरी निकालकर आरक्षित किए जाएंगे.


नक्सल प्रभावित बस्तर में 15 साल बाद चुनाव


छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र की पांच ग्राम पंचायतों में 15 साल में पहली बार पंचायत चुनाव होने हैं. छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के दंतेवाड़ा, सुकमा, जगदलपुर, कोंडागांव, कांकेर और नारायणपुर में तीन चरणों में चुनाव संपन्न कराए जाएंगे.


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