लखनऊ: योगी सरकार अब प्राइवेट स्कूलों पर नकेल कसने की तैयारी में हैं. अप्रैल में प्राइवेट स्कूलों का नया सत्र शुरू होते ही राज्य के अलग-अलग हिस्सों से फीस को लेकर प्राइवेट स्कूलों की मनमानी की खबरें आ रही हैं. योगी सरकार इसको लेकर गंभीर है.
स्कूल खुलते ही जैसे ही बच्चों के घरवालों के पास महीने की फीस रसीद आ रही है, उनके होश उड़ गए हैं. ABP न्यूज नोएडा में प्रीति शर्मा के घर पहुंचे. इनकी बेटी खुशी सातवीं और बेटा धैर्य तीसरी क्लास में पढ़ता है. नए सत्र में डेढ़ लाख रुपये खर्च हो गए. स्कूल न सिर्फ बढ़ी हुई फीस भरने का दबाव बना रहे हैं, बल्कि सवाल जवाब करने वालों के बच्चों को स्कूल से निकालने तक की जुर्रत कर रहे हैं.
गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम में सेंट् टेरेसा स्कूल ने दो बच्चियों को स्कूल ने निकाल दिया और स्पीड पोस्ट से टीसी भेज दी गई. मामला बढने पर डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं. गाजियाबाद और नोएडा ही नहीं इलाहाबाद, कानपुर और वाराणसी के प्राइवेट स्कूलों का भी यही हाल है.
स्कूलों की मनमानी के खिलाफ कई शहरों में अभिभावक सड़कों पर उतर आए हैं. योगी सरकार भी स्कूलों पर नकले कसने की तैयारी कर रही है. योगी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की और मनमानी वसूली पर रोक लगाने के लिए गाइडलाइंस बनाने के निर्देश दिए हैं.
योगी सरकार ने फीस को लेकर मनमानी पर शिक्षा विभाग अधिकारियों को नीति बनाने के आदेश दिए हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ रात करीब बारह बजे तक मीटिंग की है. अगर प्राइवेट स्कूलों की फीस को नियंत्रण में रखने का कानून बन जाता है तो ऐसा करने वाला ये देश का छठा राज्य होगा. राजस्थान, तमिलनाडु, दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात में फीस की सीमा तय की जा चुकी है.