पटना: राजधानी पटना में आज संपन्न हुए रावण दहन कार्यक्रम में बीजेपी के कोई नेता नहीं पहुंचे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी 75 फीट लंबे रावण के पुतले का दहन किया गया. बीजेपी नेताओं की गैरमौजूदगी के सवाल पर जेडीयू ने कहा कि कुछ लोग नीतीश कुमार की नीतियों से नाखुश हैं और इसे दिखाने के लिए आज कार्यक्र में नहीं आए लेकिन जनता सब जानती है.
पार्टी के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि कुछ लोग अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को बदनाम करने वालों को ये बखूबी पता है कि बिहार का कायाकल्प नीतीश कुमार की वजह से ही संभव हो पाया है. बिना किसी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि लोग ब्लेम गेम खेलने में लगे हैं. हालांकि जेडीयू प्रवक्ता ने गठबंधन में किसी भी तरह की दरार की बात से इंकार किया.
गौरतलब है कि पिछले दिनों बिहार में आई बाढ़ को लेकर नीतीश कुमार गठबंधन के सहयोगी बीजेपी के कुछ नेताओं के निशाने पर हैं. खासकर राजधानी पटना की हालत को लेकर नीतीश निशाने पर हैं. इसमें गिरिराज सिंह का नाम सबसे आगे है. बीते दिनों में गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए लगातार एक से एक बयान दिए. वहीं जेडीयू ने नेताओं ने भी गिरिराज सिंह पर पलटवार किया.
गिरिराज सिंह के बयान से नाराज जेडीयू ने कहा कि अमित शाह को ऐसे नेताओं को जुबान पर संयम रखने के लिए कहना चाहिए. पार्टी के सीनियर नेता केसी त्यागी ने यहां तक कह दिया कि बीजेपी के आलाकमान को गिरिराज सिंह पर एक्शन लेना चाहिए. त्यागी ने कहा कि गिरिराज सिंह का बयान जितना आक्रामक है उतना तो बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का भी नहीं है. बिहार में अलगे साल विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन अभी से जेडीयू और बीजेपी में ठनी हुई है. दोनों दलों के नेता दरार की बात से इंकार कर रहे हों लेकिन दोनों पार्टियों की तरफ से बयानबाजी थम नहीं रही हैं.
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