पटना: बिहार की राजधानी पटना के कारगिल चौक पर आज नागरिकता संशोधन बिल को लेकर सीपीआई ने विरोध दर्ज कराया. इस मौके पर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार जो सीपीआई के नेता भी हैं, वो भी शामिल हुए. इस दौरान सीपीआई के नेताओं ने बिल की प्रति को भी जलाया.


कन्हैया कुमार ने बताया कि "इस बिल की प्रति को हम लोगों ने इसीलिए जलाया है क्योंकि ये देश को बांटने वाला बिल है. एक बंटवारा अंग्रेजों ने इस देश में 1947 में किया था. आज 2019 में अंग्रेजों के जो चापलूस हैं और अंग्रेजों के रास्ते पर चलने वाले लोग हैं, वो देश को फिर से बाटना चाहते हैं.'' उन्होंने कहा कि ''हम लोग देश को इकठ्ठा रखेंगे और देश का संविधान जो कहता है कि पहचान के आधार पर आपके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा. उस पर हम कायम रहेंगे.''


जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा, ''इस देश में एक अजीब स्थिति पैदा की जा रही है. जिनको नागरिकों की परवाह नहीं है, वो नागरिकता पर भाषण दे रहे हैं. जो अपने देश के संविधान को नहीं मानते, दूसरे देश का संविधान पार्लियामेंट में पढ़ रहे हैं.'' उन्होंने कहा कि ''ये जो आंख में धूल झोंकने की कोशिश है उसको नाकाम किया जाएगा. जनता के बुनियादी सवाल रोजी रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा और स्वास्थ्य हैं. इन मुद्दों पर जनता को लामबंद करेंगे.'' कन्हैया ने कहा कि ''गुमराह करने के लिए जो साम्प्रदायिक बिल लाया जा रहा है उसका हम विरोध करेंगे.''


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