सुशील मोदी के आवास का पड़ोसियों ने किया घेराव, जलजमाव से हुए नुकसान की भरपाई की मांग की
आक्रोशित लोगोंने कहा कि जलजमाव से हुए नुकसान का अगर सरकार जल्द से जल्द भरपाई नहीं करेगी तो सड़क पर उग्र आंदोलन होगा. उन्होंने कहा कि जिस इलाके में डिप्टी सीएम रहते हों वही तीन दिन की बारिश में डूब जाए तो इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या होगा.
पटना: बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी के पड़ोसियों का गुस्सा आज सातवें आसमान पर पहुंच गया. पड़िसियों ने आज सुशील मोदी के घर का घेराव किया. पटना के राजेंद्र नगर में जलजमाव ने इलाके के लोगों को तबाह कर दिया था. जलजमाव और गंदगी से परेशान लोगों ने सरकार के प्रति आक्रोशित होकर डिप्टी सीएम सुशील मोदी के आवास का घेराव किया और जमकर नारेबाजी की. राजेन्द्र नगर में ही उपमुख्यमंत्री का पुश्तैनी आवास है.
इसके बाद आक्रोशित लोगों ने नगर निगम का भी घेराव किया और दोषी अधिकारियों पर लोगों ने कार्रवाई करने की मांग की. वहीं कोई भी नगर निगम के अधिकारी वहां नजर नहीं आए. बताया जाता है कि अधिकारियों को न पाकर लोगों ने राजेन्द्र नगर स्थित वैशाली गोलंबर को जाम कर दिया और जमकर नारेबाजी की. पुलिस की मिन्नतों के बाद लोगों ने जाम को हटाया. लोगों का कहना था कि सरकार और सरकार के तमाम मंत्री विफल साबित हुए हैं. नाले का निर्माण नहीं किये जाने से हम लोगों को दो दिनों की बारिश ने डुबो दिया. घरों में रखे लोगों के लाखों का सामान तहस नहस हो गया, क्या सरकार इसकी भरपाई करेगी?
सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए लोगों ने कहा कि जिस राज्य का डिप्टी सीएम हमारे इलाके में रहता हो और वो एरिया तीन दिनों की बारिश में डूब जाए तो इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा. आक्रोशित लोगों ने सरकार को चेतावनी दी है कि सरकार उनके जलजमाव में हुए नुकसान की राशि जल्द भरपाई नहीं करेगी तो सड़क पर उग्र आंदोलन होगा.
वहीं पटना सदर की एसडीएम अनुपम कुमारी ने कहा है कि जहां भी अभी तक जलजमाव की शिकायत मिल रही है वहां पर पम्पिंग सेट लगा कर उस एरिया से पानी निकाला जा रहा है. लगातार युद्ध स्तर पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है. चिकनगुनिया और डेंगू जैसी बीमारियों के लिए सभी जगह स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है, जहां लोगों के उपचार के लिए डॉक्टरों की टीम 24 घंटे सातों दिन उपलब्ध है.
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