पटना: पटना के गांधी मैदान में 3 मार्च को एनडीए की संकल्प रैली होनी है जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी भी शरीक हो रहे हैं. इसको सफल बनाने के लिए बिहार में एनडीए के नेताओं ने अपनी तरफ से तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसी के तहत गुरुवार को जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी ने एकजुटता का संदेश देते हुए पटना के जेडीयू दफ्तर से प्रचार रथ को रवाना किया.


संकल्प रैली की तैयारी में एनडीए के सभी घटक दल एक साथ एक मंच पर एकत्रित हुए. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, उपाध्यक्ष आर सी पी सिंह, एलजेपी से केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस और बीजेपी से बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने झंडा दिखाकर रथ को रवाना किया. संकल्प रैली के रथ को बैलून और होर्डिंग से काफी सुसज्जित किया गया था. इसपर बड़े-बड़े स्क्रीन और साथ में बड़े-बड़े लाउडस्पीकर लगे थे. जब सभी वरिष्ठ नेताओं द्वारा झंडा दिखाकर रथों को रवाना किया जा रहा था तभी अचानक से मंच का एक भाग टूट गया. इससे जेडीयू के प्रदेश उपाध्यक्ष आरसीपी सिंह का संतुलन बिगड़ गया और वो लड़खड़ा गए हालांकि उन्होंने तुरंत खुद को संभाल लिया.


संकल्प रैली की तैयारी पर सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 20 फरवरी को विधानसभा का सत्र समाप्त हो गया. अब सब लोग खाली हो गए हैं. तीनों पार्टियां पूरी तैयारी के साथ रैली में लग रही हैं. बैठकें हो रही हैं और जिले से लेकर पंचायत तक के जो भी नेता हैं, लोगों को जुटाने के लिए गांवों में घूमना शुरू कर दिया है.


सुशील मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री भी तीन दिन पटना और नालंदा जिले के दौरे पर निकल रहे हैं. मैं भी कल से दौरे पर निकल रहा हूं. ये उतनी बड़ी रैली होगी जो आजादी के बाद गांधी मैदान में नहीं हुई होगी. उम्मीद है कि एक लाख लोग केवल पटना शहर से आएंगे. ये एक ऐतिहासिक रैली होगी. 3 फरवरी के हुई कांग्रेस की रैली पर तंज करते हुए सुशील मोदी ने इसे नुक्कड़ रैली बताया. उसमें अंनत सिंह जैसे आदमी ने अगर लोगों को नहीं जुटाया होता तो कांग्रेस की वो रैली नुक्कड़ रैली बनकर रह जाती.


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