पटना: बिहार के पटना यूनिवर्सिटी में 5 दिसंबर को होने वाले छात्र संघ चुनाव को लेकर जमकर बवाल हो रहा है. इस बवाल में सत्तारूढ़ दल जेडीयू और बीजेपी की छात्र इकाई आमने-सामने है. कल पटना यूनिवर्सिटी से निकलने के दौरान जेडीयू के अपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशार पर छात्रों ने पथराव किया जिससे उनकी गाड़ी का शीशा टूट गया. हालांकि चोटें नहीं आई है. हमले का आरोप एबीवीपी पर है.


प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर हमले की पुष्टि की है. उन्होंने हमले को लेकर एबीवीपी पर निशाना साधा है. जेडीयू नेता ने कहा, ''एबीवीपी आप कुछ गुंडों और असामाजिक तत्वों को बिहार में अपना चेहरा बनने देने से बेहतर कर सकते हैं. पटना यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव में संभावित हार की घबराहट मेरी गाड़ी पर पत्थर मारने से कम नहीं होगी.''





पटना यूनिवर्सिटी में सत्तारूढ़ दलों के बीच आपसी तनातनी ने विपक्षी दलों को हमलावर होने का मौका दे दिया है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा, ''नीतीश जी, छात्र संघ चुनाव में आप इतने निम्नस्तर तक जाकर हस्तक्षेप कर रहे है कि आपके सहयोगी दल BJP के 8 विधायक, मंत्री दो दिन से आपके और सरकार के ख़िलाफ प्रेस रिलीज जारी कर थू-थू कर रहे है. आपने अपने मित्र और महंगे निजी नौकरों तक को VC के पास भेजकर छात्र चुनाव में घिन्न मचा दिया है.''





कब हुआ हमला?
कल यूनिवर्सिटी चुनाव प्रचार के आखिरी दिन प्रशांत किशोर यूनिवर्सिटी के वीसी रासबिहारी सिंह से मिलने उनके आवास पर गये थे. इसको लेकर छात्र नाराज हो गए और प्रशांत किशोर से सफाई मांगने लगे कि आखिर वो क्यों मिलने आए थे? प्रशांत किशोर का कहना है कि उनके चाचा डिजास्टर मैनेजमेंट के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. इसी सिलसिले में बात करने के लिए वीसी आवास पहुंचे थे. बीजेपी का आरोप है कि प्रशांत किशोर छात्रसंघ चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं.


एबीवीपी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार अभिनव प्रकाश ने कहा, ''हम प्रशांत किशोर का सम्मान करते हैं लेकिन उन्हें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. वे बहुत ज्यादा हस्तक्षेप कर रहे हैं. यूनिवर्सिटी के चुनाव का दायरा छात्रों तक ही सीमित रहना चाहिए.''