पटना: पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के वोटों की गिनती आधी रात यानी 12 बजे से शुरू होगी. निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी दी कि गुरुवार की सुबह 5 बजे तक नतीजे जारी किए जाएंगे. पटना विश्वविद्यालय में एबीवीपी, जन अधिकार पार्टी का छात्र संघठन, छात्र जेडीयू, महागठबंधन (आरजेडी और लेफ्ट पार्टियां), एनएसयूआई, आप की छात्र इकाई चुनावी मैदान में हैं. सेंट्रल पैनल के पांच और काउंसलर के 23 पदों के लिए वोट डाले गए. पटना साइंस कॉलेज में काउंटिंग होनी है. इसके लिए पुलिस बल तैनात किया गया है. कांउटिंग में हो रही देरी पर कांउटिंग सेंटर के बाहर छात्रों ने नारेबाजी भी की जिसके बाद पुलिस ने छात्रों को दौड़ाया.
इस बार छात्रसंघ के चुनाव का सियासी असर देखने को मिला और जेडीयू-बीजेपी आमने सामने आ गई. दरअसल प्रशांत किशोर पर ये आरोप लगा कि वे चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं. बात तो यहां तक पहुंच गई कि बीजेपी ने प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी की मांग कर दी. सिर्फ बीजेपी ही नहीं बल्कि विपक्ष ने भी प्रशांत किशोर को लेकर नीतीश कुमार पर निशाना साधा.
दरअसल माहौल तब गरमाया गया जब बंद कमरे में पटना यूनिवर्सिटी के वीसी रासबिहारी सिंह और प्रशांत किशोर की मुलाकात हुई. बीजेपी ने प्रशांत किशोर पर आचार संहिता का उल्लंघन और चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया. उधर एबीवीपी सहित दूसरे छात्र संघठनों को ये बात नागवार गुजरी और उन्होंने प्रशांत किशोर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
जब प्रशांत किशोर वीसी से मुलाकात कर निकल रहे थे तभी नाराज छात्रों ने उनकी गाड़ी पर पत्थरबाजी की जिसमें वे बाल-बाल बचे लेकिन उनकी गाड़ी का शीशा टूट गया. इसको लेकर कुछ छात्रों को हिरासत में भी लिया गया. हालांकि बीजेपी के इस आक्रामक रुख के बाद प्रशांत किशोर बैकफुट पर नज़र आए और उनकी ओर से सफाई दी गई कि वो अपने चाचा के साथ किसी दूसरे काम से वीसी से मुलाकात करने गए थे.