गोरखपुर: गोरक्षपीठ में जल्द ही भीम सरोवर पर श्रद्धालु वाटर स्क्रीन पर नाथ पंथ की महिमा का दर्शन कर सकेंगे. गोरखनाथ मंदिर में नाथ पंथ की महिमा को लाइट एंड साउंड के माध्यम से भलीभांति समझा जा सकेगा. पीठ में स्थित विशाल भीम सरोवर को वाटर स्क्रीन की तरह इस्तेमाल कर आमजन के सामने अद्भुत नजारा प्रस्तुत किया जाएगा. 500 लोग एक साथ इसका आनंद उठा सकेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका ट्रायल देखा और खामियों को दूर करने के लिए निर्देश भी दिए.
गोरखनाथ मंदिर में श्रद्धालु 30 फीट के वाटर स्क्रीन पर नाथ पंथ की महिमा को देख सकेंगे. इसे प्रदर्शित किए जाने की तैयारी करीब-करीब पूरी हो चुकी है. शो की टेस्टिंग का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका निरीक्षण किया. गोरखनाथ मंदिर का लाइट एण्ड साउंड शो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है. मुख्यमंत्री की विशेष पहल पर भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के स्वदेश दर्शन योजना के तहत इस शो को तैयार किया गया है. 6 करोड़ 82 लाख रुपए की लागत से तैयार होने वाले इस शो के लिए चार करोड़ रुपए केन्द्र सरकार ने दिए हैं. जबकि दो करोड़ 82 लाख रुपए का योगदान राज्य सरकार ने किया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार की रात 9.20 से 10 बजे तक इस शो को देखा. उनके साथ मंदिर से जुड़े लोग भी मौजूद रहे. शो की कार्यदायी संस्था टेली कम्यूनिकेशन कंसल्टेंट इंडिया लिमिटेड टीसीआईएल ने बखूबी इसे तैयार किया है. क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रवीन्द्र कुमार मिश्र ने बताया कि शो को शुरू करने की तैयारी पूरी हो चुकी है. कुछ खामियों की ओर मुख्यमंत्री ने ध्यान खींचा है. इसे जल्द ही दूर कर दिया जाएगा.
विदेशी सैलानियों को ध्यान में रखते हुए इस शो का अंग्रेजी वर्जन भी तैयारी किया गया है. अंग्रेजी शो के लिए फिल्म अभिनेता कबीर बेदी और हिन्दी वर्जन के लिए महाभारत में आवाज देने वाले हरीश भिमानी ने आवाज दी है. जिस तरह से शो की तैयारियों को पूरा किया गया है. उससे ये साफ है कि गोरक्षपीठ में ये अद्भुत नजारा देश के साथ विदेशी सैलानियों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र होगा.
40 मिनट का शो भीम सरोवर में खुले आसमान के नीचे प्रदर्शित होगा. 500 दर्शक एक साथ बैठकर इस शो के माध्यम से नाथ पंथ की महिमा को एक साथ देख और जान सकेंगे. शो को देखने के लिए भीम सरोवर के चारों ओर बैठने की व्यवस्था की जाएगी. टेस्टिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अनुमति लेकर इसके औपचारिक शुभारम्भ की तारीख तय की जाएगी.