लखनऊ: पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के जवानों की शहादत से आहत और आक्रोशित उत्तर प्रदेश के लोग शुक्रवार को सडकों पर उतर आये और राज्य की राजधानी लखनऊ सहित विभिन्न स्थानों पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया.


इस दौरान पाकिस्तान विरोधी नारेबाजी की गयी और कैण्डल लाइट मार्च निकाला गया, पाकिस्तान के झंडे जलाये गये और वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान का पुतला फूंका गया. हर ओर से पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही थी.


लखनऊ में जीपीओ के निकट गांधी प्रतिमा पर तमाम राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, व्यापारी संगठनों, अधिवक्ताओं, युवाओं, छात्र—छात्राओं और लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माने जाने वाले मीडियाकर्मियों ने भी प्रदर्शन कर आक्रोश जताया. इस दौरान शहर के प्रमुख मार्गों से जुलूस निकाला गया और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की गयी.


लखनऊ: पुलवामा हमले के विरोध में कांग्रेस ने निकाला कैंडल मार्च, शहीदों को किया याद


कई मस्जिदों में जुमे की नमाज के दौरान शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी. वाराणसी, गोरखपुर, इलाहाबाद, मेरठ, आगरा, बरेली, आजमगढ, मउ, कानपुर, शाहजहांपुर सहित तमाम जिलों में भी जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ.


गोरखपुर में लोगों ने पाकिस्तान का झंडा जलाया साथ ही आतंकवाद और पाकिस्तान विरोधी नारेबाजी की. उन्होंने इमरान का पुतला भी फूंका और सरकार से मांग की कि वह पाकिस्तान को मुंहतोड जवाब दे.


देवरिया में बडी तादाद में युवाओं ने छपरा-गोरखपुर रेल मार्ग जाम कर दिया. उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमले में शहीद हुए स्थानीय युवक के परिवार वालों से मिलने आयें. उन्होंने पाकिस्तान विरोधी नारेबाजी भी की.


महाराजगंज में सपा के पूर्व सांसद अखिलेश सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ. कुशीनगर में बडी संख्या में वकीलों ने प्रदर्शन कर सरकार से मांग की कि वह बातचीत करने की बजाय कार्रवाई करे.