लखनऊ: योगी सरकार ने यूपी में 15 जुलाई से प्लास्टिक पर बैन लगा दिया है. वैसे ये फ़ैसला इलाहाबाद हाई कोर्ट का है. लेकिन अखिलेश यादव की सरकार इसे सही तरीक़े से लागू नहीं करा पाई. योगी आदित्यनाथ ने इस बार प्लास्टिक पर बैन के मामले में किसी तरह की ढिलाई के मूड में नहीं हैं.


यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के मीटिंग की एक तस्वीर चर्चा में है. लखनऊ में मंगलवार को अपने ऑफ़िस में उन्होंने सीनियर अफ़सरों के साथ बैठक की. सभी अधिकारियों के टेबल पर स्टील के फ़्लास्क रखे हुए हैं. जितने लोग बैठक में आए, उन सबके पीने के पानी के लिए अलग-अलग फ़्लास्क दिए गए. सीएम योगी की तो वैसे भी स्टील के गिलास में ही पानी और चाय पीने की आदत रही है.


मीटिंग में सिवा फ़ाइलों के प्लास्टिक का कोई सामान नहीं था. मंगलवार को ही यूपी सरकार की कैबिनेट बैठक भी थी. इसमें योगी मंत्रिमंडल के सभी मंत्री शामिल हुए. लेकिन इस मीटिंग में योगी को छोड़ कर सबके लिए प्लास्टिक की बोतलों में पीने का पानी दिया गया. सीएम के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने बताया कि योगी जी चाहते हैं कि शुरूआत उनके यहां से हो. इसीलिए मुख्यमंत्री ऑफ़िस में होने वाली बैठकों में अब प्लास्टिक बोतलों का इस्तेमाल नहीं होगा. योगी आदित्यनाथ के सरकारी बंगले पर यही नियम लागू रहेगा.


योगी सरकार के प्लास्टिक पर बैन के एलान के बाद से ही इसका इस्तेमाल कम होने लगा है. अभी ये रोक 50 माइक्रोन तक के प्लास्टिक पर ही है . 15 अगस्त से प्लास्टिक और थर्मोकोल के कप प्लेट और गिलास पर भी रोक लग जाएगी.