लखनऊः उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ ने असुरक्षित माने जा रहे चीनी ऐप को प्रतिबंधित किया तो पीआईबी फैक्ट चेक ने ट्वीट कर आदेश की कॉपी को ग़लत ख़बर करार दिया. एसटीएफ ने शुक्रवार सुबह अपने कर्मचारियों को चाइनीज ऐप हटाने के निर्देश दिए थे.


इस निर्देश के मुताबिक सभी 52 चाइनीज एप्स को जल्द से जल्द अनइंस्टॉल करने को कहा गया था क्योंकि इससे डाटा चोरी की संभावना काफी ज्यादा है. इसके बाद पीआईबी फैक्ट चेक ने ट्वीट कर बताया कि ये ख़बर ग़लत है और ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है.


एसटीएफ ने जारी किया था आदेश
यूपी एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने मोबाइल से 52 चाइनीज ऐप हटाने का आदेश दिया था. एसटीएफ के कर्मचारियों और उनके परिवार के लोगों को ऐप हटाने का आदेश दिया गया था. एसटीएफ ने केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के बाद यह आदेश जारी किया है. दावा है कि इन ऐप्स से डाटा चोरी होने की आशंका है.


पीआईबी फैक्ट चेक ने की गलती 
सोशल मीडिया में वायरल होने वाली ख़बरें सही या ग़लत हैं, इसकी पड़ताल सरकारी स्तर पर करके पीआईबी लोगों को आगाह करता है. उसी श्रृंखला में पीआईबी ने आपत्तिजनक ऐप प्रतिबंधित करने के यूपी एसटीएफ के आदेश को गलत करार दिया. ख़बर लिखे जाने तक पीआईबी फैक्ट चेक के ट्वीट पर 600 से ज़्यादा लाइक्स और 250 के क़रीब रीट्वीट हुए हैं.


एडीजी ने कहा कि कुछ ऐप हटाये गए हैं
यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस के अलग अलग विभागों में कई ऐप का इस्तेमाल होता है. कुछ ऐसे ऐप जिनसे डाटा लीक होने का ख़तरा है, उन्हें प्रतिबंधित करने का आदेश जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि कम्प्यूटर और मोबाइल पर इस्तेमाल होने वाले ऐप्स को हटाने का फ़ैसला किया गया है. बता दें कि एसटीएफ के गोमती नगर स्थित दफ़्तर में भी इस आदेश की कॉपी चस्पा की गई है ताक़ि सभी कर्मचारियों को इस बाबत सूचित किया जा सके.


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