नई दिल्ली: दिल्ली में हुई नीति आयोग की मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी ने योगी सरकार की तारीफ़ की. मोदी ने यूपी में साल भर के काम काज पर सीएम योगी आदित्यनाथ की पीठ थपथपाई. इस दौरान किसानों की कर्जमांफी की खूब चर्चा रही. यूपी विधानसभा चुनाव में खुद मोदी ने कर्ज माफ करने का वादा किया था. कुछ और मुख्यमंत्रियों ने भी अपने राज्यों में ये योजना लागू की है. पीएम ग्रामीण आवास योजना में यूपी देश भर में पहले नंबर पर रहा. वो भी उस हालात में जब 2016-2017 में एक भी घर नहीं बन पाया था और 5 लाख 72 हज़ार घर बनाये जाने का लक्ष्य था. योगी के सीएम बनने के बाद 8 लाख 85 हज़ार घर पीएम ग्रामीण आवास योजना में बने हैं. पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों को घर देने में 10 हज़ार 362 करोड़ रुपये खर्च हुए. साल 2018-19 में दो लाख घर बनाने का लक्ष्य रखा गया है.


मोदी सरकार ने स्वच्छता मिशन में खुले में शौच से मुक्ति का लक्ष्य रखा है. जिन गरीब परिवारों के पास टॉयलेट नहीं है, उनके घर शौचालय बनाये जा रहे है. इसे अब इज्जतघर कहा जाता है. इस मामलें में भी यूपी टॉप पर है. अब तक एक करोड़ 94 लाख परिवारों के घर में टॉयलेट बन चुके हैं. गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर तक 74 लाख शौचालय बनाये जाने हैं. हाल में ही लखनऊ में मीटिंग बुलाकर योगी ने अगले चार महीनों तक हर महीने 20 लाख टॉयलेट बनाने के आदेश दिए थे.


यूपी सरकार का दावा है कि राज्य के आठ जिले बिजनौर, ग़ाज़ियाबाद, शामली, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, हापुड़, मुज़फ्फरनगर को पहले ही शौच मुक्त घोषित किया जा चुका है. मोदी सरकार की सबसे अधिक प्रचारित उज्ज्वला योजना भी यूपी के बलिया से शुरू हुई थी. यूपी में अब तक 72 लाख 50 हज़ार फ्री गैस कनेक्शन बांटे जा चुके हैं.


उपचुनाव में लगातार हार के बाद से सीएम योगी आदित्यनाथ पर पार्टी के अंदर से और बाहर से भी सवाल उठने लगे थे. बीजेपी के विधायक से लेकर कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने भी हार पर योगी से सवाल पूछ लिया था. लेकिन सबसे पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने योगी का बचाव किया और पार्टी नेताओं को हद में रहने को कहा. अब पीएम मोदी ने सीएम योगी की पीठ पर हाथ रख कर उनके विरोधियों को सन्देश दे दिया है.