पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में एनडीए के चुनावी अभियान का शंखनाद किया. प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए की संकल्प रैली में हिस्सा लिया और विरोधियों पर जमकर बरसे. प्रधानमंत्री मोदी के बिहार में एनडीए की सहयोगी जेडीयू नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एलजेपी नेता रामविलास पासवान भी मौजूद रहे. बता दें कि नौ साल बाद ये पहला मौका है जब प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार ने एक साथ चुनावी सभा को संबोधित किया.


प्रधानमंत्री मोदी ने इशारों में लालू प्रसाद यादव को लेकर कहा, ''चारे के नाम पर क्या-क्या हुआ है, ये बिहार के लोग बहुत बेहतर तरीके से जानते हैं. लूट खसोट, बेनामी संपत्ति की संस्कृति हमने बंद की. चौकीदार को गाली देने का कंप्टीशन चल रहा है. आप निश्चिंत रहिए आपका ये चौकीदार चौकन्ना है. देश पर बुरी नजर रखने वालों के लिए चौकीदार दीवार बनकर खड़ा है. जिन्होंने लूटा उनसे डंके की चोट पर वसूली हो रही है.''


महामिलावट पर हमला
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''देश में अगर महामिलावट वाली सरकार होती तो ना फैसले होते ना गरीबों का कल्याण होता. इन लोगों की प्रवृत्ति अपना विकास करने की देश या गरीब के विकास की नहीं. अटल जी ने कई योजनाएं शुरू कीं लेकिन जब कांग्रेस की सरकार आई तो सारे कामों की रफ्तार धीमी कर दी गई. महामिलावट के घटक अपने स्वार्थ के लिए जीते हैं, उन्हें देश की कोई परवाह नहीं है. यही सीख उनके इतिहास और वर्तमान से मिली है.''


प्रधानमंत्री ने कहा, ''जब हमारे देश की सेना आतंक को कुचलने में लगी है, सीमा के भीतर हो बाहर आतंक के ठिकानों पर प्रहार करने में जुटी है. ऐसे समय में कुछ देश के भीतर ही क्या क्या करने में लगे हैं. सेना के हौसले को बुलंद करने के बजाए ऐसी बातें कर रहे हैं जिससे सेना का मोनबल कमजोर हो. उनकी बातें पाकिस्तान में टीवी पर दिखाई जा रही हैं, वहां तालियां बजाई जा रही हैं.''


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''जब आतंक पर एक सुर में बात करने की जरूरत थी तब 21 पार्टियां दिल्ली में केंद्र सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास करने के लिए इकट्टठी हुई थी. देश ऐसे लोगों को माफ नहीं करेगा, क्या पाकिस्तान को खुश करने वाली भाषा बोलनी चाहिए. सैनिकों के पराक्रम का पर संदेह किया जा रहा है, पहले सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे गए फिर आतंक के ठिकानों पर हमले के सबूत मांगे जा रहे हैं. कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों का देश की सुरक्षा के प्रति रवैया देश देख चुका है.''


प्रधानमंत्री ने कहा, ''देश अब चुप नहीं बैठता, चुन चुन कर बदला लेता है. दुनिया में किससे कैसे बात करनी है और उसका असर क्या होता है ये सब दिखाई दे रहा है. इस्लामिक देशों की बैठक में भारत को पचास साल बाद बुलाया गया. इन 50 सालों में ज्यादातर समय कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सरकार रही है, वे क्यों ऐसे मंच पर भारत की आवाज नहीं रख पाए.''


प्रधानमंत्री ने कहा, ''अभी हाल ही में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस भारत आए थे, उनके सम्मान में भोजन था, भोजन पर हम लोग बातें कर रहे थे. हमने उनसे कहा कि भारत तेज गति से आगे बढ़ रहा है, मध्यम वर्ग का दायरा बढ़ता जा रहा है. उन्होंने पूछा कि बताइए हम क्या कर सकते हैं. मैंने उनसे कहा कि भारत का मुसलमान हज पर जाना चाहता है लेकिन आपका कोटा कम है. इसके बाद हज का कोटा बढ़ा दिया गया, दुनिया में किसी देश का कोटा नहीं बढ़ा.''


प्रधानमंत्री ने कहा, ''एक और बात मैंने उनसे कहा कि मेरे यहां के कई युवा जो आपके यहां आते हैं उन्हें वहां के कानून नहीं पता होता तो वहां जेल चले जाते हैं. मैं चाहता हूं कि उनका केस जल्दी चले और जेल से छूटें. उन्होंने कहा कि मैं शाम तक आपको बताता हूं. शाम को राष्ट्रपति भवन में उन्होंने कहा कि मीठा खाइए, मैंने कहा कि किस बात का तो उन्होंने कहा कि सऊदी की जेल में बंद 850 भारतीयों को छोड़ रहे हैं.''


प्रधानमंत्री ने कहा, ''वे कहते हैं कि आओ मिलकर मोदी को खत्म करें और मोदी कहता है कि आओ हम सब मिलकर आतंकवाद को खत्म करें. क्या आतंकवाद को खत्म करने की प्राथमिकता होनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए. लेकिन उनकी प्राथमिकता है मोदी को खत्म करो. वे कहते हैं आओ मिलकर मोदी को खत्म करें, मैं कहता हूं आओ मिलकर गरीबी का मुकाबला करें. वे कहते हैं आओ मिलकर मोदी को खत्म करें, मैं कहता हूं कि आओ हम सब मिलकर भ्रष्टाचार और कालाधन खत्म करें. वे कहते हैं आओ मिलकर मोदी को खत्म करें, मैं कहता हूं आओ मिलकर कुपोषण और गंदगी को खत्म करें.''


प्रधानमंत्री ने कहा, ''नीयत-नीयत का फर्क है, अपने देश को विश्व में ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए दिन रात एक कर रहा हूं. नए नए रास्ते बना रहे हूं, लेकिन मुझे रास्ते से हटाने के लिए नए नए षडयंत्र बनाए जा रहे हैं, झूठ बोले जा रहे हैं. इनकी असलियत देश के सामने आ चुकी है. देश मन चुका है कि एक बार इन्हें और सबक सिखाया जाएगा.''


प्रधानमंत्री ने नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा, ''आपका प्रधानसेवक होने के नाते मुझे कईं बार बिहार आने का मौका मिला है. मुझे ये देखकर खुशी होती है कि नितीश बाबू जैसे कर्मठ, शालीन और गरीबों की चिंता करने वाले व्यक्तित्व ने कैसे बिहार को उस पुराने दौर से बहार निकालकर एक नई दिशा दी है. यहां गांव और शहरों की सड़कों को, यहां के नेशनल हाईवे का चौड़ीकरण हुआ है. जो पुराने पुल हैं उनको सुधारा जा रहा है, नए फ्लाइओवर्स का निर्माण किया जा रहा है. रेलवे की पुरानी व्यवस्थाओं में सुधार किया गया है, उनका बिजलीकरण हो रहा है.''


पुलवामा हमले के बाद कार्रवाई के लिए पीएम को बधाई- नीतीश
पुलवामा के हमले के बाद जो कार्रवाई PM मोदी ने की और देश में आतंकवाद के खिलाफ जो माहौल बना उसके लिए पीएम को बधाई और देश की सेना को सलाम करता हूं. नीतीश कुमार ने केंद्रीय योजनाओं का जिक्र करते हुए पीएम मोदी को बधाई दी. इसके साथ ही बिहार को विकास में रखने के लिए केंद्र सरकार की सहायता के लिए मोदी को धन्यवाद दिया.