इलाहाबाद: विश्व प्रसिद्ध इलाहाबाद के कुंभ मेले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत विश्व के कई नेताओं के भी शिरकत करने की संभावना है. अगले साल कुंभ मेले के दौरान ही बनारस में ‘प्रवासी भारतीय दिवस’ का आयोजन किया जाएगा. सूत्रों का कहना है कि प्रवासी भारतीय दिवस के समापन के बाद 24 जनवरी, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुंभ के मेले में आ सकते हैं. प्रवासी भारतीय दिवस समारोह 21, 22 और 23 जनवरी को वाराणसी में होगा जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और समापन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे.


कुंभ मेला के अधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि कुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह 15 से 18 अप्रैल के बीच इलाहाबाद और वाराणसी दौरे पर रहेंगे. कुंभ की तैयारियों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सात अप्रैल को इलाहाबाद आ रहे हैं.


विदेश के नेताओं के लिए बसाई जाएगी टेंट सिटी


इस साल दिसंबर में 193 देशों के मिशन प्रमुखों को इलाहाबाद का दौरा कराया जाएगा जिसके बाद उन देशों के राष्ट्र प्रमुखों को कुंभ मेले में आने का न्योता भेजा जाएगा. विदेशी मेहमानों को ठहराने के लिए छतनाग के आसपास के क्षेत्र में एक टेंट सिटी बसाई जाएगी जहां करीब 5,000 कॉटेज बनाए जाएंगे. सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर विदेशी भाषाओं के जानकार गाइडों की तैनाती की जाएगी.


10 लाख विदेशी पर्यटकों के आने की संभावना


सूत्रों ने बताया कि मेले में इन 193 देशों से कुल मिलाकर 10 लाख विदेशी पर्यटकों के आने की संभावना है. इनके आवागमन की सुविधा के लिए इलाहाबाद से वाराणसी के बीच शताब्दी स्तर की दो ट्रेनें चलाने की योजना है जिसके लिए इस मार्ग पर ट्रैक को दुरुस्त किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा इलाहाबाद से वाराणसी के बीच सड़कों पर फ्लाईओवर बनाया जा रहा है और सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है. कुंभ मेले में विदेशी पर्यटकों को भारत दर्शन कराने के लिए हर प्रदेश की संस्कृति के थीम गेट मेला क्षेत्र में बनाए जाएंगे.


2500 हेक्टेयर में लगेगा मेला


सूत्रों ने बताया कि पहली बार कुंभ मेले का क्षेत्रफल सबसे अधिक होगा. इस बार 2500 हेक्टेयर में मेला क्षेत्र बसाया जाएगा, जिसमें 20 सेक्टर होंगे. हर सेक्टर में 1,000 से लेकर 2,000 बेड के रैन बसेरे होंगे. पूरे मेले के दौरान शहर के सभी प्रमुख ऐतिहासिक स्मारकों जैसे कैथलिक चर्च, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, खुसरो बाग और अंग्रेजों के जमाने में बनाए गए नैनी ब्रिज और कर्जन ब्रिज को लाइटों से जगमग किया जाएगा.


सूत्रों के अनुसार, सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी मीडिया प्लेटफार्मों पर ‘कुंभ 2019’ की ब्रांडिंग जोर शोर से शुरू कर दी है. यूनेस्को द्वारा कुंभ को विश्व की सांस्कृतिक धरोहरों में शामिल किए जाने के बाद से केंद्र और राज्य सरकार कुंभ की भव्यता पूरी दुनिया को दिखाने की पुरजोर कोशिश में लगी है.