यूपी चुनाव: मायावती ने पीएम मोदी के बहुमत मिलने के दावे को बताया 'हवा-हवाई'
चंदैली: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती ने पीएम नरेन्द्र मोदी के बीजेपी बहुमत को मिलने के दावे पर निशाना साधा है. मायावती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मोदी का बीजेपी को बहुमत मिलने का दावा 'हवा-हवाई' है.
मायावती ने चंदौली और भदोही में आयोजित जनसभाओं में कहा कि पीएम प्रदेश विधानसभा के शुरुआती पांच चरणों के चुनाव में ही बीजेपी को बहुमत मिलने का दावा कर रहे हैं. साथ ही मायावती ने कहा पीएम कह रहे हैं कि छठे और सातवें चरण में जनता से 'बोनस' मांग रहे हैं, लेकिन पीएम का यह दावा बिल्कुल 'हवा-हवाई' है.
मायावती ने कहा है कि वोटर्स ने इस बार बीएसपी को ही वोट देने का मन बना लिया है. मायावती का ये भी कहना है कि प्रदेश के मतदाता इस बार शांति और सद्भाव की होली खेलेंगे.
पीएम मोदी ने किया था बहुमत का दावा
आपको बता दें कि मोदी ने कल महराजगंज में अपनी रैली में दावा किया था कि प्रदेश विधानसभा चुनाव के शुरुआती पांच चरणों में ही जनता ने बीजेपी को बहुमत दे दिया है और बाकी बचे दो दौर के चुनाव में जनता को उसे ‘बोनस’ वोट दे देना चाहिये.
मायावती ने कहा कि उन्हें कुछ खास सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि बीजेपी संसद में और मजबूत होकर आरक्षण को या तो खत्म कर देगी. आरक्षण खत्म होने का खामियाजा दलितों और अन्य पिछड़े वर्गो को होगा. दरअसल, बीजेपी की संस्कृति ही आरक्षण विरोधी है.
मायावती: आरक्षण विरोधी है बीजेपी
मायावती ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस पार्टी ने अति पिछड़ी जातियों को आरक्षण दिलाने के लिये मण्डल आयोग की सिफारिशें लागू करने पर 1989 में केन्द्र में बनी तत्कालीन विश्वनाथ प्रताप सिंह सरकार से समर्थन वापस लेकर उसे गिरा दिया था.
उन्होंने कहा, इतना ही नहीं बीजेपी ने मण्डल आयोग की सिफारिश लागू करने के खिलाफ पूरे देश में तोड़फोड़ और आगजनी की. आज उसी बीजेपी ने अति पिछड़े वर्ग के वोट की खातिर एक पिछड़ी जाति के व्यक्ति (केशव प्रसाद मौर्य) को बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया. खुद मोदी अति पिछड़े वर्ग के बाद में बने, मगर वह मूलरूप से अगड़ी जाति के हैं. क्या ऐसी बीजेपी में आपका हित सुरक्षित रहेगा?
मायावती ने कहा कि पीएम मोदी बीएसपी पर एसपी से साठगांठ का आरोप लगा रहे हैं. जबकि वह खुद अपने राजनीतिक स्वार्थ में यहां एसपी से मिले हुए हैं. यही मुख्य कारण है कि प्रदेश की जनता एसपी के गुंडाराज, माफियाराज से पीड़ित है लेकिन इस मामले में यहां केन्द्र की बीजेपी सरकार वर्ष 2014 से ही मूकदर्शक बनी हुई है.
अखिलेश यादव सरकार पर बोला हमला
मायावती ने प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि एसपी सरकार जिन कल्याणकारी योजनाओं को लेकर वाहवाही लूटना चाहती है, वे दरअसल बीएसपी की पिछली सरकार के कार्यकाल में शुरू की गई थीं.
मायावती ने कहा कि बीजेपी मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बगैर चुनाव लड़ रही है. एसपी के मुख्यमंत्री पद का चेहरा पहले से ही दागदार है और वह खराब कानून-व्यवस्था और बढ़ते अपराध से जूझ रहा है. विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद एसपी वेंटिलेटर पर चली जाएगी. अगर कोई कसर रह जाएगी तो उसे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव पूरी कर देंगे.
उन्होंने कहा, जब बीजेपी दिल्ली की कानून-व्यवस्था नहीं सुधार सकी तो उससे कई गुना बड़े उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को कैसे सुधारेगी. उन्होंने कहा कि बसपा की सरकार बनने पर गुंडे माफिया जेल में होंगे, जेल में बंद बेकुसूर मुसलमानों को रिहा कराया जाएगा, व्यापारियों की समस्या से निपटारे के लिये आयोग बनाया जाएगा.