मगहर/संत कबीर नगर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संत कबीर के आदर्शों, जीवन दर्शन और दोहों को आगे रखते हुए विपक्षी दलों पर जबर्दस्त हमला बोला. मोदी ने कहा कि कुछ दल महापुरूषों के नाम पर स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं और समाज को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं.

मोदी सूफी संत कबीर दास के 620वें प्राकट्योत्सव के मौके पर मगहर पहुंचे. वह यहां कबीर के निर्वाण स्थल के दर्शन के बाद वह एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे.

उन्होंने कहा, 'समय के लंबे कालखंड में संत कबीर के बाद रैदास आए, सैकड़ों वर्षों बाद महात्मा फुले आए, महात्मा गांधी आए, बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर आए. समाज में फैली असमानता को दूर करने के लिए सभी ने अपने अपने तरीके से समाज को रास्ता दिखाया. ​बाबा साहेब ने हमें देश का संविधान दिया. एक नागरिक के तौर पर सभी को बराबरी का अधिकार दिया."

उन्होंने कहा, 'दुर्भाग्य से आज इन्हीं महापुरूषों के नाम पर कुछ दल स्वार्थ की राजनीति के जरिए समाज को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. कुछ दलों को समाज में शांति और विकास नहीं बल्कि कलह और अशांति चाहिए. उनको लगता है कि जितना असंतोष और अशांति का वातावरण बनाएंगे उतना ही उनको राजनीतिक लाभ होगा. लेकिन सच्चाई यह है कि ऐसे लोग जमीन से कट चुके हैं.'

मोदी ने कहा, 'इन्हें अंदाजा ही नहीं कि संत कबीर, महात्मा गांधी और बाबा साहेब को मानने वाले हमारे देश का मूल स्वभाव क्या है. कबीर कहते थे कि अपने भीतर झांको तो सत्य मिलेगा लेकिन इन्होंने कबीर को कभी गंभीरता से पढा ही नहीं.'