वाराणसी में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
वाराणसी: प्राचीन मंदिरों की नगरी वाराणसी में आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा के लिए शहर में कड़े इंतजाम किए गए हैं. पीएम मोदी आज यहां एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले हैं. इसके अलावा वे कई परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाएंगे और अपने संसदीय क्षेत्र में बूथ स्तर के बीजेपी कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे. प्रधानमंत्री आज सुबह करीब साढ़े दस बजे यहां पहुंचे.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के लिए 5000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी
पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षक नितिन तिवारी के अनुसार, प्रधानमंत्री शहर में लगभग पांच घंटे बिताने वाले हैं. इस अवधि में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के लिए 5000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है. उन्होंने कहा कि शहर के हर कोने में तैनात किए गए राज्य पुलिस के कॉन्स्टेबल, पीएसी और अर्धसैन्यबलों के जवानों का निरीक्षण करने के लिए पुलिस अधीक्षक रैंक के 12 अधिकारी, 17 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और 42 उप पुलिस अधीक्षक लगाए गए हैं.
सुरक्षा के इंतजाम विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के साथ चर्चा के बाद किए गए हैं. प्रधानमंत्री की सुरक्षा की सीधे तौर पर जिम्मेदारी एसपीजी की है. एसपीजी का एक दल रविवार से ही शहर में है. वह प्रधानमंत्री की शिरकत वाले समारोहों के आयोजन स्थलों की नियमित जांच कर रहा है और सुरक्षा इंतजामों के संदर्भ में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें कर रहा है. वाहनों के आवागमन पर भारी प्रतिबंध लगाया गया है और यह दोपहर तीन बजे प्रधानमंत्री की रवानगी के समय तक ऐसा ही रहेगा. शहर में लगभग 400 स्थानों पर अवरोधक लगाए गए हैं.
खोजी कुत्ते और बम निरोधी दस्ता कर चुके हैं निरीक्षण
प्रधानमंत्री व्यापक तौर पर फैले हुए डीजल लोकोमोटिव वर्क्स के परिसर में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करेंगे. यहां बनी पानी की उंची टंकी को अस्थायी तौर पर निगरानी टावर के रूप में बदला गया है. इसपर लगभग एक दर्जन पुलिसकर्मी तैनात हैं. खोजी कुत्ते और बम निरोधी दस्ता उस स्थान का निरीक्षण कर चुके हैं, जहां समारोह आयोजित किया जाना है.
नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र की यात्रा कर रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि नोटबंदी के बाद हुई मुद्रा की कमी के चलते सभी लोगों को हुई असुविधा के कारण यह आगामी विधानसभा चुनाव में एक बड़ा मुद्दा रहने वाला है.
नोटबंदी को लेकर केजरीवाल ने साधा था मोदी सरकार पर निशाना
आपको बता दें कि नोटबंदी के कदम के धुर आलोचक और साल 2014 के आम चुनाव में मोदी के खिलाफ इसी निर्वाचन क्षेत्र से खड़े होकर हारने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस माह की शुरूआत में शहर में एक रैली की थी और सरकार पर इस मुद्दे को लेकर निशाना साधा था.
मोदी सरकार और बीजेपी विपक्षी दलों की ओर से की जाने वाली आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहते रहे हैं कि यह एक ऐसा साहसी कदम था, जो कालेधन और नकली मुद्रा को खत्म करने के लिए उठाया गया था.