पीएम मोदी के लिट्टी चोखा खाने पर बिहार में सियासत गर्म, सुशील मोदी और तेजस्वी यादव आमने सामने
पीएम मोदी ने बुधवार को दिल्ली में लगे हुनर हाट में बिहार के मशहूर व्यंजन लिट्टी चोखा का आनंद लिया. इसके बाद से ही इसकी सियासी गलियारे में चर्चा होने लगी. सुशील मोदी ने पीएम का धन्यवाद किया तो तेजस्वी ने मजदूरों के पलायन का मुद्दा उठाया.
पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली में हुनर हाट कार्यक्रम में बिहार के मशहूर व्यंजन लिट्टी चोखा का आनंद लिया. इसके बाद से ही बिहार में सियासी पारा चढ़ गया है. बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आमने सामने हैं. सुशील मोदी ने ट्वीट कर पीएम मोदी का धन्यवाद किया. वहीं तेजस्वी यादव ने भी पीएम मोदी को शुक्रिया तो कहा लेकिन मजदूरों के पलायन का सवाल उठाया.
डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मजदूरों का मान बढ़ाया है. सुशील मोदी ने कहा कि यह सुखद संयोग था कि जिस दिन बिहार सरकार किसानों से पटना में संवाद कर रही थी, किसानों की आमदनी दोगुनी करने के उपायों पर चर्चा कर रही थी और हर हिंदुस्तानी की थाली तक बिहारी व्यंजन पहुंचाने का सपना पूरा करने के लिए कुछ फैसले कर रही थी उसी दिन दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़े चाव से प्रसिद्ध बिहारी व्यंजन लिट्टी-चोखा का स्वाद ले रहे थे. प्रधानमंत्री ने लिट्टी-चोखा और अनरसा खाकर इस व्यंजन का ही नहीं, किसानों और मजदूरों का भी मान बढ़ाया. सुशील मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री के लिट्टी-चोखा खाने पर बिहार में कुछ लोगों के पेट में दर्द होने लगा.
वहीं तेजस्वी यादव ने तंज करते हुए कहा कि लिट्टी खिलाने वाले उन लोगों का क्या जो पलायन कर गए. तेजस्वी ने कहा कि बिहार व्यंजन खाना अच्छी बात है लेकिन लिट्टी बनाने वालों का क्या. जिसने लिट्टी बनाकर खिलाई वो तो पलायन कर गए. हम लोग बेरोजगारों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. उन बिहारी भाइयों का क्या होगा जो अपने अधिकार, विशेष पैकेज और विशेष राज्य के दर्जे को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं.
तेजस्वी ने निशाना साधते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना में एक पैसा बिहार को नहीं दिया गया. बिहार में डबल इंजन की सरकार है, अगर ये पैसा मिलता तो अच्छा लगता. बाढ़ में भी बिहार को पूरी तरह से इग्नोर किया गया जबकि बाढ़ बिहार के सबसे बड़ा मुद्दा है. बाढ़ से बिहार के लोग तबाह रहते हैं. इसपर भी प्रधानमंत्री को नजर डालनी चाहिए.
आरजेडी नेता ने कहा कि काम करना चाहिए, खाना पीना तो चलता रहता है. तेजस्वी ने कहा, ''काम करना चाहिए था. खाना पीना चलता रहता है...ठीक है इलेक्शन है लेकिन इनका आपने क्या किया. मोतिहारी चीनी मिल के बारे में 2014 में ही कहा कि अगले बार आएंगे तो यहीं के चीनी मिल की चाय पियेंगे लेकिन वो तो बंद पड़ा हुआ है.''