पाकिस्तान को खुश कर रहे हैं हवाई हमले के सबूत मांगने वाले- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय वायुसेना के पाकिस्तान पर हमले के जो लोग सुबूत मांग रहे हैं वो पाकिस्तान को खुश कर रहे हैं. उन्होंने कहा,"भला कौन कहेगा कि हम पर हमला हुआ."
गाजियाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विपक्ष पर बालाकोट हवाई हमले का सबूत मांगकर पाकिस्तान को 'खुश' करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जनता का उन पर 'भरोसा' ही सबूत है. मोदी ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि' क्या आप (जनता) ऐसा कुछ करेंगे जिससे पाकिस्तान खुश हो या पाकिस्तान ताली बजाये? लेकिन विपक्ष के हमारे कुछ नेता पिछले दस दिनों से यही काम कर रहे हैं. इन लोगों को पहचानिये, इन्हें देश की चिंता नहीं है, बल्कि ये लोग जेल जाने से डरे हुए हैं, यही कारण है कि वे केंद्र की सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं.'
हवाई हमले के बाद पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता के एक ट्वीट का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि 'क्या पाकिस्तान मूर्ख है जो यह कहेगा कि हम पर हमला हुआ? लेकिन ये हमारे ही लोग हैं जो सबूत मांग रहे हैं. विपक्षी दल साफ तौर पर सुन लें....130 करोड़ लोगों का भरोसा ही सबूत है. कृपया पाकिस्तान को खुश करने का खेल बंद कीजिये.'
पाकिस्तान के बालाकोट में पिछले हफ्ते भारतीय वायुसेना के हवाई हमले और इसमें मारे गये आतंकियों की संख्या को लेकर विपक्ष केंद्र से जानकारी देने की मांग कर रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने हवाई हमले का कोई श्रेय नहीं लिया.
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मोदी ने यहा विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हाल के हवाई हमले के बाद आपने ध्यान दिया होगा कि भारत सरकार इसके बारे में खामोश थी. लेकिन हवाई हमले के बाद हम सोये नहीं थे, यह चौकीदार जाग रहा था. हमने ऐसी बहादुरी का प्रदर्शन किया, लेकिन हम शांत थे और कोई श्रेय नहीं लिया. यह पाकिस्तान था जिसने पहले ट्वीट किया और सुबह पांच बजे से ही चिल्लाना शुरू कर दिया. यह पाकिस्तान था जिसने भारत के साहसिक कदम के बारे में बताया.
मोदी ने कहा कि 2008 में मुंबई में आतंकी हमले के बाद पूर्व की सरकार ने कुछ नहीं किया. अगर लोग ऐसी घटनाओं का ऐसा ही जवाब चाहते तो वे उन्हें (मोदी को) नहीं चुनते. उन्होंने कहा कि जब आतंकवादियों ने पुलवामा में हमारे 40 जवानों को मार डाला तो क्या मोदी को चुप रहना चाहिए था? अगर पहले की सरकार की तरह मैंने बर्ताव किया होता तो लोग मुझे क्यों चुनते?
पुलवामा में सीआरपीएफ की बस पर जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गये थे.
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उन्होंने आरोप लगाते हए कहा कि विरोधी दल के नेताओं को देश की चिंता नहीं है. उन्होंने ये भी सवाल किया कि जो आतंकी हमला हुआ उसके बाद मोदी यदि चुप बैठता तो क्या अच्छा लगता? उन्होंने ये भी सवाल किया कि क्या देश की जनता को भारतीय सेना पर भरोसा है? क्या हर हिंदुस्तानी नहीं चाहता कि क्या पाकिस्तान और आतंकवाद को सबक सिखाया जाए? उन्होंने कहा कि नामुमकिन को मुमकिन बनाने का नाम मोदी है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्व की सरकारों ने नामुमकिन शब्द दोहराते हुए कदम पीछे खींचने का काम किया. नामुमकिन से मुमकिन बनाने का साहस भी उन्हें देश की जनता से ही मिला है. केंद्र में सरकार के आने के बाद देश के हर वर्ग के प्रति अनेक कल्याणकारी योजनाओं की ना केवल शुरूआत की,बल्कि हाल में बडी तादाद में किसानों के बैंक खातें में पहली किश्त भेजने का काम किया. दूसरी किश्त भी किसानों के बैंक खाते में भेजने की तैयारी है. लेकिन इस पूरे कार्य में दूर तक ना कोई बिचैलिया है और ना ही मलाई खाने वाला.
प्रधानमंत्री ने भारत माता की जय के उद्घोष से भाषण की शुरुआत की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने भारत को दुनिया में नई पहचान दिलायी है. उन्होंने कहा कि देश की राजनीति में बहुत लोग आए,लेकिन शायद ही ऐसा कोई रहा जिसने देश और देशवासियों के प्रति कदम आगे बढाने का साहस दिखाया. पूर्व सरकारों में निराशाजनक हालात थे. जनसभा को केंद्रीय मंत्री डॉ सत्यपाल सिंह,विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने भी संबोधित किया.
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