एक्सप्रेस-वे तैयार होते ही मेरठ से दिल्ली केवल 45 मिनट की दूरी पर होगी: पीएम
प्रधानमंत्री ने रविवार को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के 9 किलोमीटर के पहले खंड का उद्घाटन किया. उन्होंने जहां केंद्र सरकार की योजनाओं का बखान किया, वहीं कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल उनके निशाने पर रहे.
बागपत: प्रधानमंत्री ने रविवार को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के 9 किलोमीटर के पहले खंड का उद्घाटन किया. उन्होंने जहां केंद्र सरकार की योजनाओं का बखान किया, वहीं कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल उनके निशाने पर रहे.
उन्होंने ओबीसी, दलित, किसान और परिवारवाद समेत तमाम मुद्दों पर कांग्रेस व विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कहा कि सरकार जब भी गरीबों, दलितों-पिछड़ों-आदिवासियों के लिए कार्य करती है, कांग्रेस और उसके साथ चलने वाले दल या तो उसमें रोड़े अटकाने लगते हैं, या उसका मजाक उड़ाते हैं. इन्हें (कांग्रेस व विपक्षी दल) देश का विकास भी मजाक लगता है.
जनसभा में मोदी ने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के बारे में बताते हुए कहा कि जिस रफ्तार से ये 9 किलोमीटर सड़क बनी है, उसी रफ्तार से मेरठ तक इस पूरे एक्सप्रेसवे का काम करके, जल्द ही दूसरे चरण को भी जनता के लिए समर्पित किया जाएगा. और जब ये हो जाएगा तो मेरठ से दिल्ली सिर्फ 45 मिनट रह जाएगी.
उन्होंने दिल्ली-एनसीआर की प्रदूषण और जाम समस्या को गिनाते हुए कहा कि इसे देखते हुए हमारी सरकार ने दिल्ली के चारों ओर एक्सप्रेस वे का एक घेरा बनाने का बीड़ा उठाया है.
उन्होंने कहा कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे-वे बनने से दिल्ली के अंदर आज जितनी गाड़ियां पहुंचती हैं, उसमें से लगभग 30 प्रतिशत की कमी आ जाएगी. ना सिर्फ बड़ी गाड़ियां और ट्रक बल्कि 50 हजार से अधिक कारों को भी अब दिल्ली शहर के अंदर एंट्री की जरूरत नहीं पड़ेगी, ऐसी व्यवस्था बनाई गई है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सवा सौ करोड़ देशवासियों का जीवन स्तर ऊपर उठाने में देश के आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है. यही सबका साथ, सबका विकास का रास्ता है, क्योंकि इंफ्रास्ट्रक्चर जात-पात, पंथ-संप्रदाय, ऊंच-नीच, अमीर-गरीब में भेद नहीं करता. इससे सबके लिए बराबरी के अवसर पैदा होते हैं. इसलिए हमारी सरकार ने हाईवे, रेलवे, एयरवे, वॉटरवे, आईवे और बिजली से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर सबसे अधिक ध्यान दिया है.