नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी ने आज यूपी के फूलपुर में चौथे चरण के लिए चुनावी रैली करने पहुंचे. प्राधनमंत्री कांग्रेस और सपा गठबंधन पर जमकर बरसे. प्रधानमंत्री ने कहा, "एक पार्टी जो चुनाव से कुछ महीने पहले तक '27 साल यूपी बेहाल' की बात कर रही थी उनसे आज यूपी को बेहाल करने वाली पार्टी से गठबंधन कर लिया. बेहाल कहने वाले और बेहाल करने वाले मिल गए हैं.''


'यूपी में काम नहीं कारनामा बोलता है'
सीएम अखिलेश यादव पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "यूपी सरकार कहती है कि यूपी में काम बोलता है. अगर यूपी में काम बोलता तो इलाहबाद हाईकोर्ट को आएदिन सरकार को काम करवाने के लिए डांट नहीं लगानी पड़ती. इसीलिए मैं कहता हूं कि यूपी में काम नहीं कारनामा बोलता है.''


'एक परिवार का भला करने वाले भला नहीं कर सकते'
प्रधानमंत्री ने कहा, ''यूपी विकास के नाम पर देश के सभी राज्यों की सूची में सबसे पीछे खड़ा दिखाई देता है लेकिन अपराधीकरण, भाई-भतीजावाद, मेरे-तेरे में नंबर एक पर है. एक परिवार का भला करने वाले उत्तर प्रदेश का भला नहीं कर सकते..


'वो इज्जत बचाने के लिए लड़ रहे और हम भाग्य बदलने के लिए'
प्रधानमंत्री ने कहा, ''तीन चरण के बाद सपा, बसपा और कांग्रेस इसमें लगे हैं कि इतनी सीटें आ जाएं कि इज्जत बच जाए. एक तरफ वो लोग हैं जो अपनी इज्जत बचाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं एक तरफ हम हैं जो यूपी का भाग्य बदलने के लिए लड़ रहे हैं. यूपी के हर कोने में परिवर्तन की आंधी चल रही है.'' प्रधानमंत्री ने कहा, ''हम जात-पात, भेदभाव, ऊंच-नीच को किनारे करके सबका साथ-सबका विकास की विचारधारा से आगे बढ़ रहे हैं.''


'1000 दिन में 18000 गांव में बिजली पहुंचाई'
प्रधानमंत्री ने कहा, ''जब मैं प्रधानमंत्री बना तो पता किया कितने गांव में बिजली नहीं है. बिजली विभाग वालों ने बताया कि 18,000 गांव में बिजली नहीं है. इसमें सबसे ज्यादा 1500 गांव उत्तर प्रदेश के थे. मैंने पूछा कि कितने दिन में सभी गांव में बिजली पहुंचेगी तो पता चला सात साल में, मैंने लाल किले से एलान कर दिया कि 1000 दिन में 18000 गांव में बिजली पहुंचाएंगे. हमने ये करके दिखाया. यूपी के जिन गांव में बिजली का खम्भा तक नहीं था वहां बिजली पहुंचाई.''


'गरीबों के स्वास्थ्य के लिए काम किया'
प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनवाते हुए कहा, ''हमने हार्ट के स्टैंट सस्ते करवाए. हार्ट के लिए स्टैंट जिसे आम बोलचाल की भाषा में छल्ला भी कहते हैं उनकी कीमत 45,000 रुपये से 1,25000 रुपये तक थी. भारत में बने हार्ट स्टैंट 45000 रुपये और विदेश में बने हार्ट स्टैंट 1,25000 तक के आते थे. गरीब विदेशी छल्ला लगवाने के लिए अपनी जमीन तक गिरवीं रख देता था. लेकिन हमारी सरकार ने 45,000 रुपये रुपये वाले हार्ट स्टैंट 7000 में और सवा लाख वाला 45,000 रुपये में दिलवाया.''