वाराणसी/गाजीपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुए शनिवार को कहा कि वोट बटोरने के लिए लुभावने वायदों का हश्र मध्य प्रदेश और राजस्थान में दिखने लगा है और वहां काला बाजारी करने वाले मैदान में आ गये हैं. पीएम मोदी ने यहां महाराज सुहेलदेव पर डाक टिकट जारी करने और राजकीय मेडिकल कालेज का शिलान्यास करने के बाद एक जनसभा में कहा, ‘‘वोट बटोरने के लिए लुभावने उपायों का हश्र क्या होता है वह अभी मध्य प्रदेश और राजस्थान में दिख रहा है. सरकार बदलते ही वहां अब खाद और यूरिया के लिए कतारें लगने लगी हैं. लाठियां चलने लगी हैं और काला बाजारी करने वाले मैदान में आ गये हैं.’’


पीएम नरेंद्र मोदी  ने आगे कहा कि कांग्रेस के पापों के कारण किसान गरीब और कर्जदार है. यूपीए के वक्त किसानों पर छह लाख करोड़ का कर्ज था. कांग्रेस ने अब जो कर्जमाफी का वादा किया है वो फरेब है. प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर कांग्रेस ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को माना होता तो आज ये हालात ना होते.


पीएम मोदी ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव की शौर्यगाथा, देश में उनके योगदान को नमन करते हुए उनकी स्मृति में डाक टिकट जारी किया गया. उनके महान कार्यों को हिन्दुस्तान के हर कोने में पहुंचाने का प्रयास इस डाक टिकट से होने वाला है. अपने इतिहास के स्वर्णिम पन्नों पर हम धूल नहीं जमने देंगे.


पीएम ने कहा कि आपका चौकीदार दिन-रात काम कर रहा है और ईमानदारी से कर रहा है. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस केवल कर्जमाफी का लॉलीपॉप देती है. सत्ता में रहते हुए उसने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को दबा दिया.


उन्होंने कहा कि कांग्रेस के झूठ और बेईमानी से सतर्क रहिये. कांग्रेस के चलते ही किसानों को लागत का डेढ़ गुना मूल्य देने की सिफारिश वाली फाइल वर्षों तक दबी रही. कर्नाटक में लाखों किसानों की कर्जमाफी का वादा किया गया था. वहां कांग्रेस ने पिछले दरवाजे से सरकार बनायी और किसानों को कर्जमाफी का लालीपॉप पकड़ा दिया.


पीएम ने कहा कि आज जो भी काम हो रहा है, वह पूरी प्रामाणिकता और ईमानदारी से किसानों की आय दोगुनी करने के लिये हो रहा है. वोट बटोरने के लिये लुभावने उपायों का हश्र क्या होता है, वह अभी मध्य प्रदेश और राजस्थान में दिख रहा है.


प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीब और मध्यम वर्ग के स्वास्थ्य को आजादी के बाद पहली बार इतनी प्राथमिकता दी जा रही है. पूर्वांचल को मेडिकल हब बनाने की दिशा में निरंतर तेजी लायी जा रही है. सरकार के संस्कार और व्यवहार में परिवर्तन दिख रहा है. यही कारण है कि गरीब से गरीब की भी मांग सुनने का रास्ता खुला है. अभी यह शुरुआती दौर है. अभी एक ठोस आधार बना है. इसी नींव पर मजबूत इमारत तैयार करने का काम अभी बाकी है.