ग्रेटर नोएडा. ग्रेटर नोएडा के थाना दनकौर स्थित मकनपुर गांव में पुलिस की हैवानियत का मामला सामने आया है. यहां एक युवक को पुलिस वाले एक महिला के घर प्रेम पत्र फेंकने के आरोप में पूछताछ के लिए स्पोर्ट सिटी पुलिस चौकी लाये और कमरे में बंद कर हैवानियत की हद तक पीटा. जिससे उसके शरीर की चमड़ी उतर गई. पूरे शरीर पर पिटाई के निशान हैं. युवक का कहना है कि उसकी पिटाई गांव के प्रधान के शह पर की गई. युवक के मुताबिक उसने चुनाव में विरोध किया था. बाद में युवक का 151 में चालान कर दिया गया. युवक की शिकायत के बाद पुलिस अधिकारियों ने प्राथमिक जांच में दोषी पाये जाने पर एक सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को सस्पेंड कर मामले की जांच एसीपी थर्ड को सौंपी है.


युवक के शरीर पर पड़े निशान पुलिस की बर्बरता की कहानी बयां कर रहे हैं. पुलिस की बर्बरता का शिकार हुये शख्स का नाम सुनील है. उसका कसूर सिर्फ इतना था कि उस पर ग्राम प्रधान दीपक ने आरोप लगाया कि इसने किसी के घर पर चिट्ठी फेंकी की थी. जबकि उसका कहना है कि यह आरोप निराधार है. ग्राम प्रधान से मिली भगत के चलते पुलिस वाले सुनील को पूछताछ के लिए स्पोर्ट सिटी पुलिस चौकी ले गए. जहां उसे कमरे में बंद कर दारोगा रवि और दो कांस्टेबल और ग्राम प्रधान दीपक ने हैवानियत की हद तक उसे पीटा जिससे उसके शरीर की चमड़ी उतर गई.


पीड़ित सुनील का आरोप है उसे छोड़ने के लिए दारोगा ने 50 हज़ार की मांग भी की थी. उसके पास 5 हज़ार रुपए थे उसने पैसे देकर बाकी पैसे चार दिनों में देने की बात कह कर जान बचाई. पुलिस ने उसका चालान 151 में कर दिया. युवक ने जमानत कराने के बाद अधिकारियों से शिकायत की.


सुनील की शिकायत पर पुलिस अधिकारियों ने एसीपी थर्ड को मामले की जांच सौंपी है और प्राथमिक जांच में दोषी पाये जाने पर एक सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को सस्पेंड करते हुए उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करने की सिफारिश की गई है.


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