वाराणसी: पीएम मोदी के प्रस्तावक के साथ बदसलूकी करने वाला दरोगा निलंबित
आरोप है कि दरोगा ने पीएम मोदी के प्रस्तावक रहे डॉ. रमाशंकर पटेल से बदसलूकी की जिसके बाद पुलिस कप्तान ने उन्हें निलंबित कर दिया.
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वाराणसी: एक तरफ जहां पीएम नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनावों में प्रस्तावक बने लोगों का सम्मान करते नजर आए, तो वहीं एक दरोगा ने उनके प्रस्तावक से न केवल बदसलूकी की बल्कि उन्हें पुलिस चौकी से भाग जाने को कहा. मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के रोहनिया थाने का है. जहां चौकी प्रभारी श्रीकांत पांडेय ने पीएम के प्रस्तावक रहे डॉ. रमाशंकर पटेल से बदसलूकी की. मामला सामने आने पर एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने दरोगा को निलम्बित कर दिया है.
प्रधानमंत्री के चार प्रस्तावकों में से एक पूर्व वैज्ञानिक डॉ रामशंकर सिंह पटेल रोहनिया थानाक्षेत्र के दीपापुर गांव के रहने वाले हैं. गाँव में उनकी जमीन को लेकर पैमाइश का कुछ विवाद चल रहा है. इस मामले में उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था. इसके बाद इस मामले में सीएम ऑफिस से वाराणसी पुलिस को कुछ निर्देश भेजे गए थे, जिन्हें रोहनिया थाने के मार्फत राजातालाब चौकी भेज दिया गया था. डॉ रामशंकर सिंह पटेल ने बताया कि उन्हें इस सम्बंध में राजातालाब चौकी इंचार्ज ने चौकी पर बुलाया था. वे बीजेपी के जिला महामंत्री राजेश राजभर और जिला मंत्री सदानंद सिंह के साथ पहुंचे थे.
डॉ रामशंकर पटेल ने बताया कि जब वे चौकी पहुंचे और अपना परिचय दिया तो चौकी प्रभारी श्रीकांत पांडेय ने उन लोगों से दुर्व्यवहार करते हुए, वहां से भाग जाने को कहा. चौकी इंचार्ज ने उन्हें धमकाते हुए गलत मुकदमा दर्ज करने और हवालात में डालने को कहा. शुक्रवार देर शाम मामला सामने आने पर एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने आरोपी दारोगा श्रीकांत पांडेय को निलंबित कर दिया.
डॉ रमाशंकर पटेल ने बताया कि उन्होंने बहुत पहले खेमईपुर में कुछ जमीन खरीदी थी. इस जमीन की देखरेख के लिए उन्होंने जमीन में सब्मर्सिबल पंप लगवाकर अपने परिचित व्यक्ति रजई को रखा था. इस बीच वर्ष 2017 में रजई की मौत हो गई. उसकी मौत के बाद उसकी बेटी वहां आकर रहने लगी थी. जब डॉ रमाशंकर पटेल ने इस जमीन पर निर्माण करना चाहा तो रजई की बेटी ने जमीन खाली कर जाने से इनकार कर दिया. इसके बाद रमाशंकर पटेल ने इस मामले में डीएम और पुलिस पत्र लिखा.
कृषि वैज्ञानिक रहे डा. रमाशंकर पटेल को आधुनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है. उनकी इस उपलब्धि के चलते ही लोकसभा चुनाव में उन्हें पीएम का प्रस्तावक बनाया गया. पीएम मोदी बार-बार कहते रहे हैं कि उनकी सरकार का लक्ष्य है 2022 तक किसानों की आय दोगुना करना. इसी के चलये लोकसभा चुनाव के दौरान हर क्षेत्र से प्रस्तावक चुनने के दौरान आइसीएसआर से सेवानिवृत्त वैज्ञानिक डा. पटेल का नाम प्रमुखता से सामने आया. डॉ रमाशंकर पटेल भी जय जवान- किसान में जय विज्ञान जोड़ने के चलते पीएम मोदी के मुरीद बन गए. उनका कहना कि विज्ञान की मदद से ही किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं.
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