बरेली: यूपी के बरेली में रात की गश्त के दौरान पुलिसकर्मियों की जीप अनियंत्रित होकर के पेड़ से जा टकराई जिसमें एक दारोगा की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो होमगार्ड और एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया. घायलों को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं दारोगा की मौत से पुलिस महकमे में गम का माहौल है.

आंवला थाने में तैनात एसआई श्रीकांत रात में थाने की जीप से गश्त पर निकले थे. जीप में उनके साथ चालक सुखेन्द्र और दो होमगार्ड धर्मपाल और विजयपाल भी सवार थे. सुबह तड़के गश्त से लौटते समय भमोरा रोड पर होली फैमली स्कूल के पास सामने से तेज रफ्तार ट्रक आ गया.

जीप अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई जिसके कारण जीप में सवार सभी पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए. सभी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहाँ पर दारोगा श्रीकांत को मृत घोषित कर दिया गया जबकि चालक और दोनों होमगार्ड का इलाज किया जा रहा है.

आंवला थाने में 8 दिन पहले ही मिली थी पोस्टिंग

दारोगा श्रीकांत की आठ दिन पहले ही आंवला थाने में पोस्टिंग हुई थी. दारोगा की मौत के बाद पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई. वहीं घायल पुलिसकर्मियों का हाल चाल जानने के लिए एसएसपी मुनिराज अस्पताल पहुंचे. उन्होंने बताया कि हादसे में दारोगा की मौत हो गई है उनके घर वालों को सूचित कर दिया गया है. घायल सभी पुलिसकर्मियों का इलाज अस्पताल में कराया जा रहा है. सभी घायलों को उचित इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि दारोगा की दुर्घटना में हुई मौत से पुलिस विभाग ने एक होनहार दारोगा को खो दिया है.

मुजफ्फरनगर के निवासी थे श्रीकांत

गौरतलब है कि श्रीकांत दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबल थे और यूपी में हुई सब इंस्पेक्टर की भर्ती के दौरान दारोगा बने थे. श्रीकांत 2015-16 बेंच के थे और जिला मुज्जफरनगर के गांव पीनना थाना नगर कोतवाली निवासी थे. उनकी मौत की खबर लगते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया. दारोगा अपने पीछे अपनी पत्नी, दो मासूम बच्चे, माता पिता को छोड़ गए.

कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा सरकार करेगी पूरी मदद

आंवला के विधायक और सिचाई मंत्री धर्मपाल सिंह भी अस्पताल पहुंचे. उन्होंने एसएसपी मुनिराज से बात कर परिवार को हर सम्भव मदद दिलाने को कहा. मीडिया से बात करते हुए धर्मपाल सिंह ने कहा कि एसआई श्रीकांत बहुत ही ईमानदार और मेहनती थे. रात में भी वो ड्यूटी पर ही निकले थे और दुर्घटना में उनकी मौत हो गई. उन्होंने कहा जान की कोई कीमत नहीं होती है. लेकिन सरकार, शासन और प्रशासन सब मृतक दारोगा के परिवार के साथ है. उन्हें सरकार से हर सम्भव मदद दिलवाई जाएगी. उन्होंने कहा कि वो खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस बारे में बात करेंगे.