लखनऊ: यूपी पुलिस के एक दारोगा और कांस्टेबल बेहद गंभीर आरोप लगे हैं. रोहित बेरी एक रेस्टोरेंट के मालिक है. आईपीएस अफ़सर का बेटा बन कर किसी ने उनके साथ धोखाधड़ी कर दी. पुलिस वाले रोहित का मुक़दमा नहीं लिख रहे थे. तो वे इलाक़े के एएसपी के पास पहुंचे. उन्होंने तुरंत हसनगंज थाने में फ़ोन कर केस दर्ज करने को कहा.


रोहित बेरी फिर हसनगंज थाने पहुंचे और अपनी आपबीती बताई. वहां मौजूद दारोगा राघवेंद्र कुमार ने केस लिख लिया और खाने के ऑर्डर की एक लंबी लिस्ट पकड़ा दी.


दो प्लेट बार्बिक्यू चिकन, दो मंचूरियन, दो चिकन पिज़्ज़ा, दो आलू लहसुन परांठा, एक पनीर परांठा, दो प्लेट नूडल्स, दो प्लेट फ़्रेंच फ़्राई. दारोगा ने कहा,"शाम में जब एफ़आइआर की कॉपी लेने आना तो खाने का ऑर्डर भी साथ लाना."


रोहित का निरालानगर में रिफ़्यूल के नाम से एक कैफ़े है. शिवेंद्र नाम के एक व्यक्ति ने आईपीएस के बेटे के बर्थ डे पार्टी के लिए ऑर्डर कराया. कैफ़े वाले ने 15 हज़ार का बजट बताया. जब पूरा पेमेंट माँगा तो शिवेंद्र ने पुलिस लाइन चलने को कहा. जब कैफ़े का कर्मचारी विपिन साथ गया तो शिवेंद्र ने बताया आईपीएस अधिकारी मीटिंग में हैं. साथ ही यह भी कहा कि पेमेंट देने के लिए कुछ छोटे नोट चाहिए. विपिन उसकी बातों में आ गया और शिवेंद्र को 7 हज़ार रूपये दे दिए. और फिर ग़ायब हो गया.


इसी धोखाधड़ी की शिकायत लेकर रोहित पुलिस थाने गए थे. रात में जब कैफ़े से खाने का ऑर्डर पहुंचा तो इंस्पेक्टर हरि प्रसाद अहिरवार ने उसे लौटा दिया. पुलिसवालों के खाना मांगने की ख़बर जब लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार तक पहुँची. तो वे बेहद नाराज़ हुए. उन्होंने एएसपी को जांच के आदेश दिए हैं. दीपक कुमार ने कहा,"जांच में अगर बात सही निकली तो फिर कड़ी कार्रवाई होगी."