सियासी बिसात पर गोटियां बिछाने कर्नाटक के बाद अब यूपी की ओर चले मोदी
26 मई को मोदी आज़मगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की नींव रखेंगे. ये हाईवे लखनऊ को ग़ाज़ीपुर से जोड़ेगी. 340 किलोमीटर लंबी इस सड़क को बनाने में 12 हज़ार करोड़ रूपये ख़र्च होंगे.
लखनऊ: पीएम नरेन्द्र मोदी दो दिनों के दौरे पर यूपी आ रहे हैं। इस दौरान वे अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के साथ साथ आज़मगढ़ और बागपत भी जायेंगे. 26 मई को मोदी आज़मगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की नींव रखेंगे. ये हाईवे लखनऊ को ग़ाज़ीपुर से जोड़ेगी. 340 किलोमीटर लंबी इस सड़क को बनाने में 12 हज़ार करोड़ रूपये ख़र्च होंगे.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बनाने का आयडिया तो वैसे मायावती का था, लेकिन फ़ाइल बनने से पहले ही उनकी सरकार चली गई. फिर अखिलेश यादव ने इसे बनाने का फ़ैसला किया. एक्सप्रेसवे बनाने के लिए किसानों से जमीन लेने का काम भी शुरू हो गया. लेकिन इसी बीच अखिलेश यादव भी सरकार चली गई. योगी आदित्यनाथ को भी यूपी का सीएम बने एक साल हो गया है. अगले साल लोकसभा के चुनाव होने हैं. उससे पहले पीएम मोदी एक्सप्रेसवे के बहाने पूर्वांचल के लोगों को जोड़ने की जुगत में हैं.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे यूपी के लखनऊ, बाराबंकी, फ़ैज़ाबाद, अंबेडकरनगर, अमेठी, सुल्तानपुर, आज़मगढ़, मऊ और ग़ाज़ीपुर से गुज़रेगा. पांच जगहों पर टोल बूथ बनेगा और तीन किलोमीटर हवाई पट्टी बनेगी. एक्सप्रेसवे बनाने वाली संस्था यूपीडा के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्था बताते हैं, “हमारी कोशिश होगी 36 महीनों में ये हाईवे बन कर तैयार हो जाए.”
26 मई की रात को पीएम नरेन्द्र मोदी वाराणसी में बीजेपी के लोकल नेताओं के साथ मीटिंग करेंगे. शहर के कुछ ख़ास लोगों से मिलने का भी उनका कार्यक्रम है. 27 मई को मोदी बागपत जायेंगे. वहां वे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे. इसके लिए एक जून तक का डेडलाइन है, सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि अगर इस तारीख़ तक उद्घाटन नहीं हुआ तो फिर इसे पब्लिक के लिए खोल दिया जाएगा.
135 किलोमीटर लंबी ये सड़क बागपत को नोएडा, ग़ाज़ियाबाद, फ़रीदाबाद और सोनीपत से जोड़ती है. इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से दिल्ली से दो लाख गाड़ियों का बोझ कम हो जाएगा. बागपत में मोदी का भाषण भी होगा बग़ल के कैराना में अगले ही दिन लोकसभा का उप चुनाव है. बिना कैराना गए ही मोदी बागपत से अपने मन की बात कर लेंगे. मोदी जानते हैं यूपी के बिना दिल्ली सपना ही रह जाएगा. इसी लिए तो वे अभी से चुनावी मैदान पर गोटियां बिछाने लगे हैं.