कानपुर: राजनीतिक पार्टियों ने भी टोने-टोटके को मानना शुरू कर दिया है. मौजूदा समय को देखते हुए अब सियासी समीकरणों को भी इसी हिसाब से बैठाया जाने लगा है. ऐसी चर्चा है कि समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के सर्वेसर्वा शिवपाल सिंह यादव भी कुछ ऐसा ही कर रहें हैं. शिवपाल यादव पितृपक्ष के बाद मोर्चे के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपकर नई हुंकार भरेंगे. कहा जा रहा है कि नवरात्री के पर्व पर प्रदेश भर के जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा के साथ पूरी टीम को एक साथ चुनावी मैदान में उतारने की रणनीति तैयार की गयी है.


समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने पितृपक्ष से पहले 14 मंडल अध्यक्षों के नामों की घोषणा की थी. इसके बाद पितृपक्ष से एक दिन पहले ही 31 जनपदों के जिलाध्यक्षों के नामों की भी घोषणा की थी. लेकिन जैसे ही पितृपक्ष लगा उन्होंने शुभ कार्यो पर ब्रेक लगा दिया. इस दौरान उन्होंने अपने पदाधिकारियों के साथ मिलकर प्रदेश भर के जिलाध्यक्षों के नामों पर चर्चा कर उनके नाम की लिस्ट तैयार की है. इसके साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव में किस तरह से मोर्चे को मैदान में उतरना है इसका खांका भी तैयार किया गया है.


जानकारी के मुताबिक इस दौरान शिवपाल ने कई छोटी-छोटी क्षेत्रीय पार्टियों को अपने साथ मिलाकर चुनावी रणनीति तैयार की है. शिवपाल की नजर, कन्नौज, फर्रुखाबाद, ईटावा और बुंदेलखंड के कई जनपदों समेत पूर्वांचल के जनपदों पर पैनी नजर है.


शिवपाल सिंह यादव फैंस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष आशीष चौबे के मुताबिक मंगलवार से पितृपक्ष समाप्त हो रहे हैं. इसके बाद बहुत ही जल्द पूरे प्रदेश के कार्यकारणी की घोषणा होने वाली है. प्रदेश भर में बनाये गए जिलाध्यक्ष जमीनी स्तर के हैं. उन्हें अपना काम बखूबी पता है कि किस तरह से करना है, हम एक संगठित नेतृत्व की भांति मैदान में उतरेंगे. बड़ी संख्या में समाजवादी सेक्युलर मोर्चे से साथ लोग जुड़ने को तैयार हैं.


बाकी बचे हुए जिलाध्यक्षों के नामों की जब घोषणा होगी तो सभी दल हैरान रह जायेंगे. तब उन्हें अहसास होगा कि किस-किस दल के लोग हमारे मोर्चे के साथ हैं. यह वो लोग हैं जो अन्य दलों के लिए अपनी पूरी जवानी कुर्बान कर दी और उन्हें अंत में उन्हें पार्टी से सिर्फ उपेक्षा मिली. इन्हीं उपेक्षित लोगों को हमने मोर्चे में शामिल कर जिम्मेदारी दी है.


समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के संपर्क में कई दलों के विधायक और बड़े नेता भी हैं. जल्द ही वो मोर्चे की सदस्यता ग्रहण करेंगे, आने वाले लोकसभा चुनाव में समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के बिना किसी भी दल की सरकार बनने वाली है. हमारा शिवपाल सिंह यादव फैंस एसोसिएशन पहले ही 60 जनपदों में अपने पैर जमा चुका है. बूथ स्तर पर भी हमारी तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं.