प्रवासी मजदूरों के पलायन पर बिहार में सियासत गर्म, लालू ने पूछा सवाल तो सुशील मोदी ने ठहराया जिम्मेदार
रजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने ट्वीट कर 15 सालों का हिसाब किताब मांगा जिसपर बिहार के उपमुख्य मंत्री और बीजेपी नेता सुशील मोदी पलायन के लिए आरजेडी को ज़िम्मेदार ठहरा दिया.
पटना: लॉकडाउन में प्रवासी मज़दूरों का बिहार आना लगातार जारी है. इसी बीच बिहार में पलायन के मुद्दा एकबार बार फिर गर्म हो उठा है. बिहार में विपक्षी पार्टी आरजेडी ने पलायन पर सरकार को घेरा है जिसपर पलट के बिहार के छोटे सरकार यानि सुशील मोदी ने ट्वीट कर जवाब दिया है.आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने ट्वीट कर 15 सालों का हिसाब किताब मांगा जिसपर बिहार के उपमुख्य मंत्री और बीजेपी नेता सुशील मोदी पलायन के लिए आरजेडी को ज़िम्मेदार ठहरा दिया.
अर्थव्यवस्था ध्वस्त कर आरजेडी ने किया लोगों को पलायन को मजबूर- मोदी
सुशील मोदी ने शनिवार शाम ट्वीट किया.जिसमें उन्होंने नक्सलवाद,हत्या, लूट,अपराध सबका हवाला दिया और आरजेडी पर लोगों को पलायन करने को मजबूर करने कि आरोप लगाया.
उन्होंने ट्वीट किया,''लालू-राबड़ी राज में जहां जातीय नरसंहार और नक्सली उग्रवाद के चलते खेती-किसानी चौपट हुई, वहीं हत्या, लूट और उद्यमियों-व्यवसायियों से फिरौती वसूलने के लिए अपहरण की बढ़ती घटनाओं के चलते व्यापार ठप पड़ गया था. ग्रामीण और शहरी, दोनों अर्थव्यवस्था को ध्वस्त कर लालू प्रसाद ने हर वर्ग के लोगों की रोज़ी रोटी छीनी और उनको पलायन के लिए मजबूर कर दिया.''
https://twitter.com/sushilmodi/status/1259114286900580354?s=21सुशील मोदी ने लगातार दो ट्वीट कर निशाना साधा है. दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा है,'' राजद काल के बिहार में न अच्छी सड़क थी, न पर्याप्त बिजली. विकास ठप था. स्कूली शिक्षा चरवाहा विद्यालय के स्तर पर आ गई थी और राजनीतिक पसंद के लोगों को कुलपति बनाकर विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता नष्ट कर दी गई थी.''
https://twitter.com/sushilmodi/status/1259113355857412096?s=21दरअसल लालू प्रसाद यादव के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा गया है.लालू यादव ने पलायन पर बिहार सरकार को घेरते हुए पिछले 15सालों का हिसाब किताब मांगा है.
लालू प्रसाद यादव के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया ,''बिहार को बिहार और बिहारवासियों के हितों के लिए खूंटा गाड़ लड़ने वाली सरकार चाहिए. कदम कदम पर लड़खड़ाने वाली खोखली ढकोसली, विश्वासघाती, कुर्सीवादी और पलटीमार सरकार नहीं. नीतीश और उनका स्टेपनी सुशील मोदी बताए, उनके 15 वर्षों के राज में बिहार के हर दूसरे घर से पलायन काहे हुआ?''
https://twitter.com/laluprasadrjd/status/1259014654262513670?s=21लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मज़दूरों का अपने राज्य वापस आना लगातार जारी है. इसी कड़ी में बिहार में भी बड़ी संख्या में मज़दूर आ रहे हैं. रविवार यानि 10 मई की तारीख़ में कुल 8 राज्यों से 14 ट्रेनों में 17054 पैसेंजर कल बिहार आने वाली हैं.
सभी ट्रेनों की लिस्ट
1.Vizag (आंध्रप्रदेश) - मोतिहारी ,पैसेंजर- 1452 2. सूरत (गुजरात) - पूर्णिया- पैसेंजर- 1200 3. गांधी धाम (गुजरात)- दानापुर -पैसेंजर - 1200 4 रेवाड़ी (हरियाणा) - मुजफ्फरपुर - पैसेंजर- 1200 5 भिवानी (हरियाणा) - पूर्णिया- पैसेंजर- 1207 6 रेवाड़ी (हरियाणा) - खगड़िया- पैसेंजर- 1267 7 बैंगलोर (कर्नाटक) - अररिया -पैसेंजर - 1200 8 ठाणे (महाराष्ट्र) - बरौनी - पैसेंजर- 1200 9. लुधियाना (पंजाब) - मुजफ्फरपुर- पैसेंजर - 1200 10.लुधियाना(पंजाब) - किशनगंज - पैसेंजर- 1200 11.जालंधर (पंजाब) - कटिहार- पैसेंजर- 1188 12.जालंधर (पंजाब)- छपरा पैसेंजर- 1200 13. कोयंबटूर(तमिलनाडु)- सहरसा- पैसेंजर - 1140 14. बॉलरूम (तेलंगाना) - सहरसा- पैसेंजर- 1140