नोटबंदी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं किसान और मजदूर: मायावती
नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने कहा कि नोटबंदी से किसान और मजदूर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं और सरकार से फसल कर्ज माफ करने और बरामद काला धन को गरीबों के खाते में जमा करने की मांग की.
नोटबंदी पर मोदी सरकार पर ताजा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि नोटबंदी के 37 दिनों के बाद भी लोग दिक्कत झेल रहे हंै और गरीब किसानों के पास फसल बोने के लिए पैसे नहीं हैं और काम नहीं रहने से मजूदरों को अपने घर लौटना पड़ रहा.
पैसा नहीं रहने से फसल की बुआई नहीं कर पा रहे किसान
संसद के बाहर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ''सरकार के नोटबंदी के फैसले के कारण किसान और मजदूर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. काम नहीं मिलने से मजदूरों को घर लौटने को मजबूर होना पड़ रहा और किसान पैसा नहीं रहने से फसल की बुआई नहीं कर पा रहे.’
उन्होंने कहा, ''चूंकि मोदी सरकार का दावा है कि कालाधन के खिलाफ अभियान से भारी मात्रा में धन जमा हुआ है तो सरकार को संग्रहित धन को गरीबों के खाते में जमा करना चाहिए, कृषि कर्ज माफ कर देना चाहिए और अमीर कारोबारियों को छूट मिलनी बंद होनी चाहिए.''
प्रधानमंत्री पर नोटबंदी का फैसला उत्तरप्रदेश में चुनाव को ध्यान में रखकर लेने का आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा कि आगामी चुनाव में इसका उल्टा असर होगा और उत्तरप्रदेश की जनता बीजेपी को सबक सिखाएगी.
विपक्ष मोदी को संसद में बोलने नहीं दे रहा: हेमामालिनी
बीजेपी सांसद हेमामालिनी ने आरोप लगाया कि विपक्ष नोटबंदी के मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद में बोलने ही नहीं दे रहा हैं. हेमा ने कहा, ''प्रधानमंत्री को बोलने कब देते हैं. वे तो संसद में रोज़ आकर बैठते हैं. विपक्षी जवाब ही नहीं देने देते.'' वह नोटबंदी के मसले पर संसद में कार्यवाही नहीं चल पाने के मामले संबंधी सवाल का जवाब दे रही थी. उन्होंने डिजिटल लेनदेन की वकालत करते हुए कहा कि इससे जमीनी स्तर पर स्थितियों में सुधार आयेगा.
इंटरनेट की धीमी गति के बारे में उन्होंने कहा, ''इंटरनेट की गति में भी सुधार आयेगा.'' इससे पहले, हेमा ने यहां कैशलेस लेनदेन की कार्यशाला में लोगों से आह्वान किया कि लोगों को प्रधानमंत्री के सपने को हकीकत में बदलने में मदद करनी चाहिए.
हेमा ने कहा कि हाथ में रूपये होने पर लोग खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं, लेकिन अब बदलाव का वक्त आ गया है. उन्होंने कहा कि जब भी रोजमर्रा के तरीकों में कोई परिवर्तन होता है तब परेशानी होती है. लेकिन आहिस्ता - आहिस्ता वैकल्पिक व्यवस्था से सब ठीक हो जाता है.
उन्होंने कैशलेस व्यवस्था को महिलाओं के लिए भी फायदेमंद बताते हुए कहा, ‘वे कार्ड का उपयोग करके तमाम समस्याओं से निपट सकती हैं. जब लोग सीख लेंगे तो इतनी लंबी लाइनें भी नहीं लगेंगी.’
बबुआ ने 'बबुआ ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन' की घिसी-पिटी बातें दोहराईं: मायावती
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का गुरुवार को जनपद हमीरपुर में कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और यूपी-डायल100 के दूसरे चरण के शुभारंभ के दौरान दिए गए बयान बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को रास नहीं आए हैं.
बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने अखिलेश यादव के हमीरपुर दौरे पर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि यूपी की एसपी सरकार के बबुआ मुख्यमंत्री ने गुरुवार को फिर अपने बीबीसी अर्थात 'बबुआ ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन' के कार्यक्रम के तहत बुंदेलखंड में अपनी सरकार की घिसी-पिटी बातों को ही दोहराया है, लेकिन जनता अब इनकी बातों के बहकावे में आने वाली नहीं है.
मिले हुए हैं एसपी और बीजेपी
बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने अपने बयान में मुख्यमंत्री अखिलेश के बयानों और एसपी प्रत्याशी अतीक अहमद की गुंडई को लेकर हमला बोला और कहा कि प्रदेश के गुंडे, बदमाशों और माफियाओं को एसपी सरकार जेल भेजे. उन्होंने कहा कि एसपी और बीजेपी मिले हुए हैं.
मायावती ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश ने बीजेपी के सभी केस वापस करवाए थे. ये दर्शाता है कि एसपी-बीजेपी मिले हुए हैं. उन्होंने कहा कि इलाहाबाद में प्रमुख एसपी नेता की गुंडई की खबरें अखबारों में छपी हैं, जो सरकार के मुंह पर एक तमाचा है. मायावती ने कहा कि जनता इनके बहकावे में आने वाली नहीं है. मायावती ने मुस्लिम समाज के लोगों को भी एसपी से सावधान रहने की अपील की है.