नई दिल्ली: माफिया मुन्ना बजरंगी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से उसे सात गोलियां मारे जाने की पुष्टि हुई है.पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश ने कहा, 'उसके शरीर पर सात गोलियां लगीं थीं. सिर का दायां हिस्सा गोलियां लगने से बाहर निकल आया था.’’ उन्होंने बताया कि पुलिस ने गटर साफ कराकर उसमें से घटना में इस्तेमाल पिस्टल, दो मैगजीन और 22 कारतूस बरामद कर लिए हैं.


हमलावर सुनील राठी से हो रही है पूछताछ
जय प्रकाश ने बताया कि आरोपी हमलावर सुनील राठी को कोर्ट से रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा कि हत्या की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है. उन्होंने हालांकि कहा कि सुपारी को लेकर सुनील और मुन्ना की बहस हुई थी इसके बाद सुनील ने उसकी हत्या कर दी.


मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने कत्ल की आशंका जताई थी
बता दें कि 9 जुलाई की सुबह बागपत जेल में माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या हो गई. सुनील राठी नाम के गैंगस्टर ने उसे मौत के घाट उतार दिया. मुन्ना बजरंगी ने हाईकोर्ट में याचिका डाली थी जिसमें उसने अपनी हत्या की आशंका जताई थी. 9 तारीख को ही इस याचिका पर सुनवाई होनी थी. इससे पहले 29 जून में बजरंगी की पत्नी ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस कॉन्फ्रेंस में भी सीमा सिंह ने अपने पति के कत्ल की आशंका जताई थी. हत्या के बाद कुछ सवाल उठ रहे हैं जिनका जवाब मिलना अभी बाकी है.


जेल में कैसे पहुंचा हथियार
जेल में पिस्टल और कारतूस कैसे पहुंचे ये सबसे बड़ा सवाल है. बंदियों से मिलने के लिए जब मुलाकाती आते हैं तो वो अपने साथ अमूमन खाने का सामान लाते हैं और उनकी भी बेहद गंभीरता के साथ तलाशी होती है. माना जा रहा है कि जेलकर्मी, होमगार्ड या फिर कोई अधिकारी स्तर का व्यक्ति जेल में हथियार पहुंचाने की साजिश में शामिल हो सकता है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आखिर हथियार अंदर कैसे पहुंचे.


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