लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 15 जून तक यूपी की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा किया था. डेडलाईन ख़त्म होने में अब बस दो दिन बचे रह गए है. लेकिन यूपी की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में योगी सरकार फेल हो गयी है. अब तक आधा काम ही हो पाया है.


वादा पूरा करने में लग सकते हैं दो महीने


सूत्रों की मानें तो सीएम योगी को अपना वादा पूरा करने में दो महीने और लग सकते हैं. मंच चाहे कोई भी हो और कहीं भी हो. योगी आदित्यनाथ अपने इस धाकड़ एलान का जिक्र करना नहीं भूलते हैं. वे ताल ठोंक कर कहते रहते है कि 15 जून तक यूपी की सड़कें गड्ढा मुक्त हो जाएंगी.


यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का यही एलान अब उनके लिए मुसीबत बन गया है. 15 जून में अब बस दो दिन बचे है और राज्य की सडकों में गड्ढा ना बचे. ऐसा तो असंभव है. इन आंकड़ों को देखेंगे तो आप खुद समझ जाएंगे कि सड़कों में पड़े गड्ढों का सच क्या है ?



यूपी की जनता को क्या जवाब देगी योगी सरकार ?


ये आंकड़े सात जून तक के हैं. 15 जून तक जितना काम होना चाहिए था, उसका 52-53 प्रतिशत ही हो पाया है. अब योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार यूपी की जनता को क्या जवाब देगी ?


24 जून को योगी सरकार के 100 दिन पूरे हो रहे हैं और 100 दिनों के काम काज का रिपोर्ट कार्ड भी तैयार होने लगा है. खबर है कि खुद सीएम योगी उस दिन लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. ऐसे में किसानों की कर्ज माफी के बाद सबसे बड़े फैसले यानी सड़कों को गड्ढामुक्त करने पर सवाल तो होंगे ही.


गड्ढा भरने के लिए बजट नहीं


जितनी सड़कें गड्ढामुक्त होनी है, उसका आधा तो PWD यानी लोक निर्माण विभाग के पास है. उप मुख्यमंत्री केशव मौर्या के पास ये विभाग तो है, लेकिन गड्ढा भरने के लिए बजट नहीं है. जरुरत साढ़े चार हज़ार करोड़ की है और PWD के पास सिर्फ बारह सौ पचास करोड़ रुपए हैं.


तो फिर बिना हिचकोले खाए सड़क पर चलना तो अभी सपना ही है. कुछ दिनों बाद बारिश शुरू हो जाएगी. सड़क पर हो रहे काम रूक जाएंगे. और अच्छे दिन की फुहारों से गड्ढे भरते रहेंगे.