लखनऊ: यूपी विधानसभा में विस्फोटक मिलने के बाद आज विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह घटना एक आतंकी साजिश का हिस्सा है. उन्होंने इस घटना की जांच एनआईए से कराने की बात कही है. सीएम योगी ने कहा कि एनआईए से इस घटना की जांच कराने के बाद अपराधी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


यूपी विधानसभा की सुरक्षा में बड़ी चूक, विस्फोटक मिलने का खुलासा


सीएम योगी ने कहा, ‘’विधानसभा के अंदर सुरक्षा की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की नहीं है. बल्कि यह जिम्मेदारी हम सब की है.’’ उन्होंने कहा है, ''सभी को अपनी-अपनी सुरक्षा के लिए सतर्कता बरतनी होगी.'' योगी ने कहा, ''जिसने भी यह साजिश रची है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.'' उन्होंने विधानसभा में मौजूद सभी विधायकों और मंत्रियों से अपील की की इस घटना के बाद एक निन्दीय प्रस्ताव पारित किया जाए.


500 ग्राम का विस्फोटक विधानसभा को उड़ाने के लिए काफी- योगी


योगी ने कहा, ''500 ग्राम का ये विस्फोटक विधानसभा को उड़ाने के लिए काफी था.'' उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि सुरक्षा को लेकर प्रत्येक सदस्य के लिए गाइडलाइन तय किए जाएं और सभी सदस्य इसका पालन करें. योगी ने कहा, ''विधानसभा के कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन किए जाने की जरूरत है.''


सीएम ने आगे कहा, ''ये घटना प्रदेश की 22 करोड़ की जनता के साथ जुड़ा हुआ है.'' उन्होंने कहा, वो कौन लोग हैं जो इसे सदन के अंदर लेकर आए, ये बड़ा सवाल है.'' योगी ने विधायकों और मंत्रियों से अपील करते हुए कहा कि फोन लेकर अंदर न आएं.


12 जुलाई को मिला था विस्फोटक


बता दें कि दो दिन पहले 12 जुलाई की सुबह यूपी विधानसभा के अंदर विस्फोटक मिलने का खुलासा हुआ है. फौरेंसिक जांच मे विस्फोटक मिलने की पुष्टि हुई है, हालांकि डेटोनेटर नहीं मिला है. यह विस्फोटक 150 ग्राम की मात्रा में मिला है.


12 जुलाई की सुबह यूपी विधानसभा के अंदर विस्फोटक मिला. ये उस जगह पर रखा था जहां तमाम पार्टियों के विधायक बैठते हैं. ये विस्फोटक समाजवादी पार्टी के विधायक मनोज पांडे की सीट के नीचे मिला है. मनोज ने सीएम योगी से विधानसभा की सुरक्षा और कड़ी करने की मांग की है.



सीसीटीवी से भी नहीं मिला कोई सुराग

विधानसभा के अंदर लगे सभी सीसीटीवी कैमरों से भी ऐसा कोई सुराग नहीं मिला है जिससे पता चल सके कि ये विस्फोटक विधानसभा भवन के अंदर कौन लाया था.  बताया जा रहा है कि विधानसभा के अंदर ये विस्फोटक नीले रंग की पॉलीथीन में रखा गया था. भवन की सभी सीसीटीवी फूटेज की जांच की जा चुकी है.

क्या है पीईटीएन?

पीईटीएन बहुत शक्तिशाली प्लास्टिक विस्फोटक होता है. यह गंधहीन होता है इसलिए इसे पकड़ने में काफी मुश्किल आती हैं. खोजी कुत्ते और मेटल डिटेक्टर भी इसका पता नहीं लगा सकते. बहुत कम मात्रा में होने पर भी पीईटीएन से बड़ा धमाका हो सकता है. इसका सेना और खनन उघोग में भी इस्तेमाल किया जाता है. वह भी विशिष्ट और खास तरह के मामलों में ही पीईटीएन का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे हालात में विधानसभा तक पीईटीएन पहुंचना एक बड़ा सवाल है.

बड़ी बात यह है कि यह कोई मेटल यानी धातु नहीं होता इसलिए एक्स-रे मशीन भी इसे नहीं पकड़ पाती. यह एक रासायनिक पदार्थ होता है.  साल 2011 में दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर हुए धमाके में भी पीईटीएन का इस्तेमाल किया गया था.