कानपुर: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के कानपुर मंडल प्रभारी पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य केंद्र बीजेपी की केंद्र और प्रदेश सरकार जोरदार हमला किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी गंगा-जमुनी तहजीब तहजीब को बांटने की साजिश कर रही है. धर्म के नाम पर राजनीती हो रही है, इसका समाज में नकारात्मक सन्देश जा रहा है. प्रदेश और देश की जनता में भय का माहौल बना हुआ है. मॉब लिचिंग की घटनाएं बढ़ी हैं. इससे इससे पहले इस तरह की वारदातें कभी नहीं हुई. कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है.



मंडल प्रभारी रघुराज सिंह शाक्य पार्टी की समीक्षा बैठक करने के लिए आये थे. आने वाले लोकसभा चुनाव के सम्बन्ध में पार्टी के पदाधिकारी और शिवपाल सिंह यादव फैंस एसोशिएशन के प्रदेश अध्यक्ष आशीष चौबे के बैठक की. उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि बीजेपी की जन विरोधी नीतियों से जनता को अवगत कराना है. बीजेपी की समाज को तोड़ने वाली राजनीती को जनता के सामने रखना है ताकि लोग इनकी असलियत को पहचान सकें. उन्होंने कहा कि कांग्रेस, बसपा और सपा ने जनता को गुमराह करने का काम किया है.

शाक्य ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार से हमारी मांग है कि किसान आयोग का गठन किया जाये. इसके साथ ही सभी फसलों के क्रय केंद्र खुलवाये जायें. उन्होंने कहा कि इस सरकार में किसानों का शोषण हो रहा है किसान आत्महत्या करने को मजबूर है. युवाओं के पास रोजगार नहीं है, युवा हाथो में डिग्री लेकर शहर और गांव छोड़ कर अन्य राज्यों में नौकरी के लिए पलायन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि सरकार युवाओं को नौकरी दे या फिर उन्हें बेरोजगारी भत्ता दे.


उन्होंने मंहगाई के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा और कहा कि जिस तरह से लगातार पेट्रोल, डीजल और घरेलु गैस के दामो में इजाफा हुआ है उसका सीधा असर जनता पर पड़ रहा है. लोगों के पास रोजगार नहीं है बड़ी मुश्किल से दो वक्त की रोटी नसीब हो रही है. उन्होंने कहा कि कोई गरीब किसान या आम आदमी कैसे एक हजार रुपये का घरेलु सिलेंडर ले सकता है.सरकार ने उज्ज्वला योजना चलाकर सिलेंडर तो बांटे लेकिन अब जनता उन्हीं सिलेंडर को भरवाने में असमर्थ है.

उन्होंने कहा कि हमारी 9 दिसंबर को लखनऊ के रमाबाई आंबेडकर पार्क में होने वाले महारैली में पूरे प्रदेश से कई लाख लोग इकठ्ठा होंगे. महारैली की हमारी तैयारियां तेजी के साथ चल रही हैं. कानपुर मंडल से लगभग एक से डेढ़ लाख कार्यकर्ता पहुंचेगे. इस दौरान बड़ी संख्या में अन्य दलों से असंतुष्ट नेता और पदाधिकारी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया की सदस्यता ग्रहण करेंगे.