पटना: जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने पार्टी लाइन से अलग हटकर बयान देने की वजह से पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. पार्टी से बाहर किए जाने के बाद प्रशांत किशोर ने अब कहा है कि वह 11 फरवरी को पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी आगे की रणनीति साझा करेंगे. उन्होंने कहा कि इससे पहले वह इस मुद्दे पर कोई बात नहीं करना चाहते हैं.


वहीं, अब आरजेडी की तरफ से भी प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिया गया है. लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा है, ''प्रशांत किशोर हमारे साथ आ सकते हैं. उनका आरजेडी में स्वागत है.''


इससे पहले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पार्टी से बाहर किए जाने के बाद जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार पर निशाना साधा था. उन्होंने ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार को बिहार के मुख्यमंत्री पद पर ‘‘बरकरार’’ रहने को लेकर शुभकामनाएं दी थीं. जेडीयू से निष्कासन के तुरंत बाद प्रशांत किशोर ने कहा, ‘‘शुक्रिया नीतीश कुमार. मेरी शुभकामनाएं हैं कि आप बिहार के मुख्यमंत्री पद पर बरकरार रहें. भगवान आपका भला करे.’’


प्रशांत किशोर के साथ पार्टी के महासचिव पवन वर्मा को भी जेडीयू से बुधवार को निष्कासित किया गया था. इस बड़ी कार्रवाई के बाद जेडीयू ने बयान में कहा था कि हाल के दिनों में दोनों नेताओं के आचरण ने यह स्पष्ट किया है कि वे पार्टी के अनुशासन का पालन नहीं करना चाहते हैं. जेडीयू की कार्रवाई के बाद बिहार बीजेपी ने जेडीयू के इस कदम की सराहना की थी और कहा था कि पार्टी ने उन्हें दल से निकालकर अच्छा काम किया है.


यहां बता दें कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) पर ये दोनों नेता जेडीयू के आधिकारिक स्टैंड से विपरीत बयान दे रहे थे. इसी से पार्टी में इन दोनों नेताओं के ऊपर कार्रवाई की बात चल रही थी.


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