वाराणसी: वाराणसी में आज से प्रवासी भारतीय दिवस का आगाज हो गया. विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप जलाकर इसकी शुरूआत की. इस बार का प्रवासी भारतीय दिवस बहुत खास होने वाला है क्योंकि गंगा आरती से लेकर कुंभ स्नान को भी इस बार एनआरआई मेहमानों के खास पैकेज टूर में शामिल किया गया है. यह आयोजन 21-23 जनवरी तक चलेगा.


योगी सरकार एनआरआई मेहमानों को प्रयागराज में कुंभ मेला और 26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड भी दिखाएगी. प्रवासी दिवस के बाद अतिथियों को 24 जनवरी को कुंभ मेला ले जाया जाएगा. वहां पर टेंट सिटी का भी निर्माण किया गया है.


 21 से 23 जनवरी तक आयोजित होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस में पांच हजार से ज्यादा प्रवासी भारतीय शामिल होने आए है. इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद प्रवासी भारतीयों को सम्मानित भी करेंगे. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 22 जनवरी को इस कार्यक्रम में शिरकत कर सकते हैं. इसका उद्धाटन ट्रेड फैसिलिटी सेंटर में हुआ. यहां पीएमओ से लेकर एनआरआईए विदेश और कई अन्य मंत्रालयों के अस्थाई कार्यालय भी खोले गए हैं.


2003 में हुई थी शुरुआत


महत्वपूर्ण है कि प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत 2003 में हुई थी और हमेशा से यह 9 जनवरी को आयोजित होता रहा क्योंकि यह महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने की तारीख है.


प्रवासियों के लिए 42 एकड़ एरिया में 3000 खूबसूरत कॉटेज बनाए गए हैं जहां फाइव स्टार होटल जैसी सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं. छह ब्लाक में अलग-अलग फूड कोर्ट बनाए गए हैं यहां कॉन्टिनेंटल, चाइनीज और भारत के सभी राज्यों के खास व्यंजनों के अलावा बनारसी स्टॉल भी लगे हैं.


सम्मेलन स्थल पर फिल्म जगत की प्रसिद्ध अभिनेत्री व सांसद हेमा मालिनी, पद्म भूषण पं. छन्नूलाल मिश्र, मनोज तिवारी के अलावा छात्र-छात्राएं अलग-अलग देशों की संस्कृति और वेशभूषा के अनुसार कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे.


बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि प्रवासी भारतीयों के आग्रह पर ही तारीखों में तब्दीली की गई है क्योंकि कई लोग कुंभ मेले में दर्शन और स्नान करना चाहते थे. साथ ही अनेक लोगों ने गणतंत्र दिवस देखने की भी इच्छा जताई थी. ये आयोजन पहले 9 जनवरी को होने वाला था.