लखनऊ: अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद (अहिप) के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने यहां रविवार को केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर कानून बनाया जाए, नहीं तो वह दूसरा प्रधानमंत्री ढूंढ लेंगे.


उन्होंने कहा, "हमें किसी व्यक्ति से प्रेम नहीं है. जो राम का सम्मान न कर सके वह किसी काम का नहीं है."


लखनऊ के कृष्णानगर स्थित ईको गार्डेन में अहिप के 'अयोध्या चलो' अभियान के तहत आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए तोगड़िया ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर भाजपा लोकसभा में 2 सीटों से लेकर पूर्ण बहुमत की सरकार तक पहुंची है. बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश के राष्ट्रीय अधिवेशन में कानून बनाकर अयोध्या में राम मंदिर बनवाने का प्रस्ताव पारित किया था, लेकिन साढ़े 4 वर्ष बीतने के बाद नरेंद्र मोदी अब अयोध्या आना तक भूल गए.


उन्होंने कहा, "सरकार तीन तलाक और एससी-एसटी एक्ट पर अध्यादेश ला सकती है तो राम मंदिर के लिए अध्यादेश क्यों नहीं ला सकती. राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के मुद्दे पर किसी कोर्ट के आदेश पर निर्भर नहीं रहेंगे."


उन्होंने कहा, "हम चेतावनी देना चाहते हैं कि अगर राम मंदिर के निर्माण कानून बनाकर शुरू नहीं हुआ तो हम प्रधानमंत्री भी बदल सकते है. हमें किसी व्यक्ति से प्रेम नहीं है. जो राम का सम्मान न कर सके, वह किसी काम का नहीं है."


जनसभा में आए हजारों समर्थकों की ओर इशारा करते हुए तोगड़िया ने कहा, "हिंदुओं का खोया हुआ गौरव और सम्मान पाने के लिए हम इकट्ठे हुए हैं. यह सपना अशोक सिंघल का है और हिंदुओं का है. राममंदिर का संघर्ष मोदी के सामने शुरू नहीं हुआ है. राजीव गांधी, नरसिंह राव, अटल विहारी वाजपेयी के सामने भी संघर्ष था. मुख्यमंत्री योगी और महंत अवैद्यनाथ का भी ये सपना है."


उन्होंने आगे कहा, "हम प्रतिज्ञा लेते हैं कि हम राम मंदिर बनाएंगे, धारा 370 हटाएंगे, सस्ती शिक्षा, सस्ता पेट्रोल, युवाओं के लिए रोजगार लाकर ही मानेंगे."