प्रयाग कुंभ मेला: ऐप से मिलेगी रास्तों, यातायात व्यवस्था और सुविधाओं की जानकारी
अगले साल जनवरी में लगने वाले प्रयाग कुंभ मेले को सुविधाओं के लिहाज से बेहतरीन बनाने की तैयारी जारी है. देश विदेश के यात्रियों की सुविधा के लिए ऐप से लेकर वेबसाइट तक की व्यवस्था की जा रही है.
इलाहाबाद: अगले साल जनवरी में लगने वाले प्रयाग कुंभ मेले को सुविधाओं के लिहाज से बेहतरीन बनाने की तैयारी जारी है. देश विदेश के यात्रियों की सुविधा के लिए ऐप से लेकर वेबसाइट तक की व्यवस्था की जा रही है. कुंभ मेला के अधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि यातायात व्यवस्था और अन्य सुविधाओं के बारे में व्यापक जानकारी देने के लिए प्रयाग कुंभ पर एक ऐप लांच करने की तैयारी की जा रही है जिसके जरिए देश विदेश के लोग मेले तक न सिर्फ आसानी से पहुंच सकेंगे, बल्कि मेले में अपने प्रवास का पूरा आनंद भी उठा सकेंगे. इस ऐप में कुंभ मेले से जुड़ी तमाम जानकारी होगी.
अधिकारी ने बताया कि इस ऐप के जरिए विदेशी सैलानी कुंभ मेला में आने के लिए फ्लाइट, रेल, सड़क मार्ग आदि की जानकारी ले सकेंगे. यह ऐप हिंदी और अंग्रेजी भाषा में होगा. इसके अलावा, कुंभ मेला के लिए समर्पित एक वेबसाइट भी शुरू की जाएगी. आगामी कुंभ मेले की यातायात व्यवस्था के बारे में एसएसपी कुंभ के.पी. सिंह ने बताया कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरकार 8,000 रोडवेज बसें चलाएगी और इन रोडवेज बसों के लिए नौ बस डिपो स्थापित किए जा रहे हैं.
आनंद ने बताया कि निजी वाहनों की पार्किंग के लिए कुल 120 पार्किंग स्थल बनाए जा रहे हैं. इस तरह से कुल 1291 हेक्टेयर क्षेत्र पार्किंग के लिए होगी. इन पार्किंग स्थलों पर 5.16 लाख वाहनों की पार्किंग की जा सकेगी. सिंह ने बताया कि तीर्थ यात्रियों को मेला क्षेत्र में लाने के लिए 520 शटल बसें चलाई जाएंगी. साल 2013 के कुंभ मेले में 124 शटल बसें चलाई गईं थीं. यात्री मेला क्षेत्र में अपने गंतव्य तक आसानी से पहुंच सकें, इसके लिए पूरे शहर और मेला क्षेत्र में 1,176 साइनेज लगाए जाएंगे.
कुंभ मेला के अधिकारी ने बताया कि 18 पार्किंग स्थलों पर सैटेलाइट टाउन स्थापित किए जाएंगे जहां लोगों को क्लाक रूम, वेंडिंग जोन, चिकित्सा सुविधाएं, बिजली और प्रकाश व्यवस्था, पेयजल और शौचालय, एलईडी स्क्रीन एवं वाच टावर आदि सुविधाएं उपलब्ध होंगी. सिंह ने बताया कि इस कुंभ में पहली बार अत्याधुनिक इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया जा रहा है जिससे कुंभ मेला क्षेत्र और शहरी क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने में बहुत मदद मिलेगी. मेला क्षेत्र और शहर के प्रमुख स्थानों पर 1,017 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि मुख्य स्नान पर्वों पर पैदल यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए पर्व से एक दिन पहले, पर्व के दिन और पर्व से एक दिन बाद शहर को नो व्हीकल जोन घोषित किए जाने की योजना है. यातायात व्यवस्था के लिए 3,000 से अधिक यातायात पुलिस बल तैनात किए जाएंगे. सिंह ने बताया कि कुंभ के दौरान सड़क मार्ग से 90 प्रतिशत यातायात और रेल मार्ग से 10 प्रतिशत यातायात रहने का अनुमान है जिसे ध्यान में रखते हुए पार्किंग स्थलों को चार जोन- अरैल, झूंसी, फाफामऊ और शहर में बांटा गया है.
अधिकारी ने बताया कि जौनपुर और वाराणसी मार्ग से आने वाले वाहनों के लिए झूंसी में, लखनऊ और प्रतापगढ़ मार्ग से आने वाले वाहनों को फाफामऊ और शहर में, रीवा, बांदा और मिर्जापुर की ओर से आने वाले वाहनों को अरैल में और कानपुर से आने वाले वाहनों को शहर में पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.