प्रयागराज: अपने बेमिसाल अभिनय से हमेशा सब को हंसाने-गुदगुदाने वाले फिल्म अभिनेता राजपाल यादव ने सभी देशवासियों से एकजुट होकर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने और इसे हराने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि अक्सर देश की ज्यादा जनसंख्या को समस्या के तौर पर देखा जाता है, लेकिन कोरोना काल में देशवासियों ने जिस तरह बढ़-चढ़कर जरूरतमंदों की मदद की है, वह काबिले तारीफ है.
इस मुश्किल वक्त में यह साबित हुआ है कि संख्या में ज्यादा होना हमारे लिए फायदेमंद भी है. यादव ने कहा कि गरीबों और जरूरतमंदों की मदद का यह जज्बा आगे भी कायम रहना चाहिए. अगर हमने सरकार द्वारा तय की गई गाइडलाइन का अच्छे से पालन कर लिया तो हम कोरोना को हराने में जरूर कामयाब होंगे.
अपने आध्यात्मिक गुरु देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी की अस्थियों का विसर्जन करने संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे राजपाल यादव ने कहा कि वह पिछले 30 सालों से उनके संपर्क में थे. दद्दा जी के संपर्क में आने के बाद ही उन्हें जीवन में संघर्ष करने और एक लक्ष्य तय कर काम करने की प्रेरणा मिली और उसी के चलते वह रील लाइफ के साथ ही रियल हीरो बनने में भी कामयाब रहे.
राजपाल के मुताबिक दद्दा जी उनके आध्यात्मिक गुरु जरूर थे, लेकिन वह धर्म के बजाय कर्म में यकीन करने और काम करके ही आगे बढ़ने की प्रेरणा देते थे. उनका कहना है कि अगर दद्दा जी नहीं होते, तो वह पक्के अंधविश्वासी होते. पहले वह कामयाबी के लिए कभी अंगूठी पहनते थे तो कभी धागा बांधते थे, लेकिन गुरु के संपर्क में आने के बाद वह कर्मयोगी हो गए.
प्रयागराज में संगम किनारे एबीपी न्यूज़ के सहयोगी चैनल ABP गंगा से की गई खास बातचीत में उन्होंने कोरोना काल में मजदूरों के बेबस हालात पर अफसोस जताया. उनका कहना था कि मजदूरों की बेबसी की तस्वीरें देखकर वह तीन दिनों तक सो नहीं पाए थे. सरकारें कोरोना से लड़ने के लिए बेहतर तरीके काम कर रही हैं, लेकिन मजदूरों के लिए और काम होने की जरुरत है. उद्धव ठाकरे खुद गाड़ी चलाकर लोगों के बीच पहुंचे थे तो यूपी में योगी जी का काम भी काफी अच्छा है, लेकिन इस मुद्दे पर जो सियासत हो रही है, वह ठीक नहीं है.