प्रयागराज: साक्षी के बाद अब पूर्व डिप्टी मेयर की पोती की शादी पर मचा कोहराम, वायरल हुआ वीडियो
बता दें कि दीक्षा ने अपने वीडियो संदेश में कहा है कि अगर खुद उसे, उसके पति व ससुराल के किसी सदस्य के साथ कोई अनहोनी होती है तो उसके लिए उसके बीजेपी नेता दादा व परिवार के दूसरे लोग ज़िम्मेदार होंगे.
प्रयागराज: बरेली के बीजेपी विधायक राजेश मिश्र उर्फ़ पप्पू भरतौल की बेटी साक्षी का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि प्रयागराज में भी इसी तरह का एक मामला सामने आया है. प्रयागराज में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी मेयर मुरारी लाल अग्रवाल की पोती दीक्षा ने भी न सिर्फ अपनी पसंद के दूसरी जाति के लड़के से शादी कर ली है, बल्कि साक्षी की तरह ही परिवार वालों से जान का खतरा बताते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल कर दिया है.
इस वीडियो में दीक्षा ने कहा है कि उसके दादा जी सत्ताधारी बीजेपी का नेता होने के नाते अपने रसूख का इस्तेमाल कर रहे हैं और न सिर्फ उसे व उसके पति को धमका रहे हैं, बल्कि उनकी शादीशुदा जिंदगी में खलल डालते हुए उनकी जीवन के लिए खतरा भी बन गए हैं.
दीक्षा ने अपने वीडियो संदेश में कहा है कि अगर खुद उसे, उसके पति व ससुराल के किसी सदस्य के साथ कोई अनहोनी होती है तो उसके लिए उसके बीजेपी नेता दादा व परिवार के दूसरे लोग ज़िम्मेदार होंगे. मुरारीलाल अग्रवाल बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य हैं और उन्हें यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बेहद करीबी माना जाता है. दीक्षा अग्रवाल ने अपने वीडियो में खुद के नाम के आगे राजपूत भी जोड़ दिया है; दूसरी तरफ दीक्षा के परिवार वालों ने उसके वीडियो संदेश व शादी को नकारते हुए प्रयागराज के सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में उसके अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करा दी है.
एफआईआर में दीक्षा के पति ऋतुराज के साथ ही उसके परिवार वालों के खिलाफ भी नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. दीक्षा के दादा बीजेपी नेता मुरारी लाल अग्रवाल का कहना है कि ऋतुराज ने बहला फुसलाकर उसे भगाया है और शादी करने के बाद दबाव में उससे यह बयान दिलाया है. उन्होंने पति ऋतुराज व ससुराल वालों से दीक्षा की हत्या किये जाने की भी आशंका जताई है. हालांकि उन्होंने दीक्षा व उसके ससुराल वालों को धमकाने के आरोपों को नकारते हुए यह सफाई पेश की है कि बालिग़ पोती अपनी मर्ज़ी से कहीं भी रह सकती है और वह लोग तो भोपाल सिर्फ दीक्षा व उसके पति को आशीर्वाद देने के लिए गए थे.
प्रयागराज के एमजी रोड की रहने वाली दीक्षा चौबीस साल की है. इन दिनों वह प्रयागराज के ही एक इंस्टीट्यूट से इंटीरियर डेकोरेशन का कोर्स कर रही थी. दीक्षा का परिवार मुम्बई के आश्रम से जुड़ा हुआ है. दीक्षा अक्सर ही अपने दादा व परिवार के दूसरे सदस्यों के साथ वहां जाती थी. भोपाल के रहने वाले ऋतुराज सिंह राजपूत से उसकी मुलाकात इसी आश्रम में हुई. दोनों पहले दोस्त बने और उसके बाद एक दूसरे को अपना दिल दे बैठे. ऋतुराज पेशे से इंजीनियर हैं जबकि उसके पिता भोपाल के मंडी बोर्ड में असिस्टेंट डायरेक्टर.
दीक्षा पांच जुलाई को इस्टीट्यूट जाने के लिए घर से निकली थी तो फिर लौटकर वापस नहीं आई. पांच को दोनों ने भोपाल में ही शादी कर ली और छह जुलाई को मैरिज सर्टिफिकेट के लिए ऑनलाइन आवेदन कर दिया था.
प्रयागराज में दर्ज एफआईआर पर यहां के पुलिस अफसरों का कहना है कि एक टीम भोपाल भेज दी गई है. दीक्षा को जल्द ही बरामद कर उसके पति को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. जांच में अगर दोनों के बालिग़ होने और शादी की बात सामने आती है तो उन्हें कोर्ट में पेश कर रिहा करने की सिफारिश की जाएगी. बहरहाल बरेली के बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा के बाद अब दीक्षा का मामला भी तेजी से सुर्खियां बनता जा रहा है.