प्रयागराज: बर्खास्तगी के बाद गोल्डन बाबा ने जूना अखाड़े पर लगाए सनसनीखेज आरोप, चेले से कराई पुलिस में शिकायत
इस बारे में प्रयागराज के एसएसपी नितिन तिवारी का कहना है कि गोल्डन बाबा ने अपने शिष्य के साथ मुलाकात कर एक शिकायती चिट्ठी दी है, जिस पर अभी जांच कराई जा रही है और जांच के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी. हालांकि उन्होंने कैमरे पर कोई भी बयान देने से साफ़ इनकार कर दिया.
प्रयागराज: शरीर पर साढ़े छह करोड़ रूपये कीमत के तेईस किलो सोने के गहने पहनकर लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनने वाले चर्चित संत गोल्डन पुरी महाराज उर्फ़ गोल्डन बाबा ने जूना अखाड़े से निकाले जाने के बाद बेहद सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. गोल्डन बाबा का आरोप है जूना अखाड़े के एक बड़े पदाधिकारी पिछले काफी दिनों से उनके चेले का यौन शोषण कर रहे थे. कई बार की चेतावनी के बावजूद जब यौन शोषण बंद नहीं हुआ तो उन्होंने हरिद्वार व प्रयागराज पुलिस में इसकी शिकायत कर दी. पुलिस में शिकायत किये जाने की वजह से ही जूना अखाड़े ने उन्हें बर्खास्त कर दिया. गोल्डन बाबा के इस बेहद गंभीर व सनसनीखेज आरोप को जूना अखाड़े ने झुठला दिया है.
प्रयागराज के कुंभ मेले में गोल्डन बाबा ने ऐसी सनसनी फैलाई है, जिससे मेले में ही नहीं, बल्कि पूरे संत समाज में हड़कंप मच गया है. गोल्डन बाबा को दो दिन पहले ही सन्यासियों के सबसे बड़े अखाड़े जूना से निकाल दिया गया था. गोल्डन बाबा पर मेले में दूसरे बाबा की ज़मीन कब्ज़ा करने और सरकारी अफसरों से बदसलूकी करने का आरोप लगा था. अखाड़े से बर्खास्त होने के बाद मंगलवार को प्रयागराज पहुंचे गोल्डन बाबा ने सनसनीखेज बयान दिया. उनका आरोप है कि जूना अखाड़े के उपाध्यक्ष महंत प्रेम गिरि पिछले काफी दिनों से उनके शिष्य राजेश्वर पुरी का यौन शोषण कर रहे थे. तकरीबन सोलह साल का राजेश्वर पुरी पहले महंत प्रेम गिरि के साथ था. गोल्डन बाबा और राजेश्वर पुरी दोनों का आरोप है कि महंत प्रेम गिरि अखाड़े में मौजूद कई दूसरे बाल योगियों का भी शारीरिक शोषण करते हैं और एतराज जताने पर उन्हें जान से मारने की धमकी देते हैं.
आरोप है कि महंत प्रेमगिरि के इसी रवैये से दुखी होकर राजेश्वरपुरी ने उनका साथ छोड़कर गोल्डन बाबा का साथ पकड़ लिया. आरोपों के मुताबिक़ प्रयागराज कुंभ में आने पर प्रेमगिरि ने फिर से राजेश्वरपुरी पर दबाव बनाना शुरू किया तो उसने गोल्डन बाबा के मार्फ़त हरिद्वार और प्रयागराज के एसएसपी से इस बारे में शिकायत की. हालांकि दोनों ही जिलों में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. गोल्डन बाबा का आरोप है कि उन्होंने इस बारे में जब अखाड़े के संरक्षक महंत हरिगिरि से शिकायत की तो उन्होंने इस मामले में चुप रहने को कहा. महंत हरिगिरि ने मुंह खोलने पर अखाड़े से बर्खास्त करने की धमकी दी. इसीलिये गोल्डन बाबा की शिकायत में महंत प्रेमगिरि के साथ ही महंत हरिगिरि का भी नाम है.
गोल्डन बाबा और उनके शिष्य के इन आरोपों को महंत प्रेमगिरि ने सिरे से नकार दिया है. उन्होंने कहा है कि अखाड़े से बर्खास्तगी के बाद अक्सर ही लोग इसी तरह के आरोप लगाते रहते हैं. उनका कहना है कि गोल्डन बाबा को अखाड़े से बाहर निकाल दिया गया है, इसी वजह से वह आरोप लगा रहे हैं. महंत प्रेमगिरि के मुताबिक़ गोल्डन बाबा और उनके शिष्य के आरोप पूरी तरह गलत हैं और इससे उनका कोई सरोकार नहीं है.
इस बारे में प्रयागराज के एसएसपी नितिन तिवारी का कहना है कि गोल्डन बाबा ने अपने शिष्य के साथ मुलाकात कर एक शिकायती चिट्ठी दी है, जिस पर अभी जांच कराई जा रही है और जांच के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी. हालांकि उन्होंने कैमरे पर कोई भी बयान देने से साफ़ इनकार कर दिया. वैसे पुलिस मेले के दौरान संतों के आपसी विवाद में पड़कर कोई नई बखेड़ा नहीं पैदा करना चाहती. पुलिस मेले तक इस मेले को लटकाए रखना चाहती है. वैसे भी जूना अखाड़े से बर्खास्त होने के बाद गोल्डन बाबा अलग थलग पड़ गए हैं, इसलिए पुलिस उनके आरोपों पर ज़्यादा गंभीर कदम नहीं उठाना चाहती है.