प्रयागराज: राम मंदिर के लिए अब अयोध्या कूच करेंगे नागा साधू, तीसरे शाही स्नान के बाद होगी रवानगी
इस बारे में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि का कहना है कि मंदिर बनाना अब सरकार और नेताओं के बस में नहीं रह गया है, इसलिए मुमकिन है कि धर्म की रक्षा के लिए नागा बनने वाले सन्यासी अयोध्या पहुंचकर साल 1992 जैसे हालात पैदा कर दें.
प्रयागराज: अयोध्या में राम मंदिर मुद्दे पर पीएम नरेन्द्र मोदी और आरएसएस के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी के बयान से नाराज़ अखाड़ों के साधू-संतों ने कुंभ मेले से वापसी के बाद सीधे अयोध्या कूच का बड़ा एलान किया है. साधू संतों की सबसे बड़ी संस्था अखाड़ा परिषद की बैठक में फैसला लिया गया है कि प्रयागराज के कुंभ मेले में दस फरवरी के शाही स्नान के बाद नागा सन्यासियों की अगुवाई में अखाड़ों के संत-महात्मा अपनी छावनी व आश्रमों में वापस जाने के बजाय सीधे अयोध्या कूच करेंगे. नागा व दूसरे सन्यासी एक महीने तक अयोध्या में रहकर सत्संग व भजन -कीर्तन के जरिये मोदी सरकार व सुप्रीम कोर्ट पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे. अगर तब भी राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ़ नहीं हुआ तो नागा साधू मंदिर बनाने के बारे में खुद ही कोई फैसला लेंगे.
इस बारे में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि का कहना है कि मंदिर बनाना अब सरकार और नेताओं के बस में नहीं रह गया है, इसलिए मुमकिन है कि धर्म की रक्षा के लिए नागा बनने वाले सन्यासी अयोध्या पहुंचकर साल 1992 जैसे हालात पैदा कर दें. उनके मुताबिक़ अयोध्या में शुरुआती एक महीने का कार्यक्रम शांतिपूर्ण होगा, लेकिन उसके बाद के हालात पर वहीं फैसला लिया जाएगा.
महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि प्रयागराज के कुंभ मेले में हुई अखाड़ा परिषद की बैठक में राम मंदिर मुद्दे पर मोदी सरकार व बीजेपी के साथ ही संघ व विश्व हिन्दू परिषद के रवैये पर भी नाराज़गी जताई गयी. उनके मुताबिक़ संघ व वीएचपी को अब खुद को मंदिर आंदोलन से अलग कर लेना चाहिए और मंदिर निर्माण की कमान संतों को सौंप देनी चाहिए. उनका कहना है कि अखाड़ों के साधू संत और राम भक्त मंदिर मामले में देरी अब कतई बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैं, इसीलिये नागा सन्यासियों की अगुवाई में अयोध्या कूच का फैसला किया गया है. कुंभ मेले में दस फरवरी के तीसरे शाही स्नान के बाद साधू संत किस तारीख को और किस स्वरुप में अयोध्या कूच करेंगे, इसका एलान जल्द ही परिषद की बैठक बुलाकर कर दिया जाएगा.