प्रयागराज: कुंभ में भव्यता और दिव्यता की मिसाल बनेगा योगी आदित्यनाथ का कैंप
कैंप में सौ से ज़्यादा शौचालय बन रहे हैं. शौचालय-बाथरूम और वाश बेसिन के लिए सभी नये सामान मंगाए गए हैं. सभी पंडालों और कैम्पों में वूडिंग फ्लोर पर नई मीटिंग बिछेगी तो सोफे-कुर्सियां और मेज के साथ ही दूसरे सामान भी एकदम नये हैं. योगी महासभा के महामंत्री महंत चितई नाथ के मुताबिक़ अपने कैंप की तैयारियों का जायज़ा लेने खुद योगी आदित्यनाथ यहां नौ जनवरी को आ रहे हैं.
प्रयागराज: प्रयागराज के कुंभ मेले में शंकराचार्यों और तमाम दूसरे बड़े संत-महात्माओं के साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ का भी कैंप भी लग रहा है. योगी आदित्यनाथ के इस कैंप में आने वाले महात्माओं व श्रद्धालुओं को योग की ट्रेनिंग दी जाएगी तो साथ ही प्रवचन-राम कथा-यज्ञ व झांकियों के दर्शन के साथ ही कई दूसरे आध्यात्मिक आयोजन भी होंगे. इस कैंप में योगी आदित्यनाथ खुद भी कई दिन रहेंगे, लेकिन वह यहां सीएम की हैसियत से नहीं, बल्कि योगी महासभा के अध्यक्ष व नाथ सम्प्रदाय के प्रमुख के रूप में संत के तौर पर कल्पवास करेंगे. सरकारी खर्च पर तैयार हो रहे योगी बाबा का यह कैंप कुंभ मेले की भव्यता व दिव्यता का बेमिसाल नमूना होगा.
केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार प्रयागराज के कुंभ मेले को भव्य व दिव्य आयोजन बनाने में जुटी हुई है. वैसे तो कुंभ की भव्यता और दिव्यता के एहसास प्रयागराज में दाखिल होते ही होने लगते हैं, लेकिन इसका असली रंग मेले में सेक्टर पंद्रह में तैयार हो रहे अखिल भारतीय योगी महासभा के कैंप में देखने को मिलेगा. योगी महासभा के अध्यक्ष यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ हैं, लिहाजा यहां की सजावट और सुविधाओं के बारे में अनुमान लगाना कोई मुश्किल काम नहीं है. मुश्किल इसलिए भी नहीं, क्योंकि महासभा के अध्यक्ष सीएम योगी को खुद भी इस कैंप में न सिर्फ कई बार आना है, बल्कि यहां रात भी बितानी है.
तकरीबन नौ बीघे ज़मीन में तैयार हो रहे योगी आदित्यनाथ के कैंप में तीन बड़े पंडाल बनाए जा रहे हैं. एक पंडाल में प्रदर्शनी लगेगी और साथ ही प्रवचन-योग और कथाओं के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे तो दूसरे में नाथ सम्प्रदाय के बड़े संत-महात्माओं को ठहराया जाएगा. तीसरे पंडाल में संत-महात्माओं को भोजन परोसा जाएगा. कैंप की यज्ञशाला में पूरे वक्त कम से कम सौ पुरोहित हवन व धार्मिक पाठ करेंगे तो साथ ही वह दूसरे धार्मिक आयोजन भी होंगे, जो अन्य संत-महात्माओं के यहां होते हैं. कैंप में पैंतीस फेमिली स्विस कॉटेज लग रहे हैं तो साथ ही पचास से ज़्यादा साधारण कॉटेज. योगी आदित्यनाथ के लिए दो महाराजा कुटिया तैयार की जा रही है तो साथ ही उनके लिए पूजा घर, लाइब्रेरी व मीटिंग हाल अलग से तैयार किया जा रहा है.
कैंप में सौ से ज़्यादा शौचालय बन रहे हैं. शौचालय - बाथरूम और वाश बेसिन के लिए सभी नये सामान मंगाए गए हैं. सभी पंडालों और कैम्पों में वूडिंग फ्लोर पर नई मीटिंग बिछेगी तो सोफे-कुर्सियां और मेज के साथ ही दूसरे सामान भी एकदम नये हैं. योगी महासभा के महामंत्री महंत चितई नाथ के मुताबिक़ अपने कैंप की तैयारियों का जायज़ा लेने खुद योगी आदित्यनाथ यहां नौ जनवरी को आ रहे हैं. वह हर दूसरे दिन फोन पर तैयारियों की जानकारी लेते हैं और कैंप की भव्यता व दिव्यता की हिदायत भी देते रहते हैं.
योगी बाबा के इस कैंप में नाथ सम्प्रदाय के संतों ने अभी से डेरा जमाना शुरू कर दिया है. कुंभ में वैसे तो योगी महासभा का कैंप पिछले कई बार से लग रहा है, लेकिन इस बार ज़मीन करीब ढाई गुनी बढ़ गई है तो सुविधाएं दस गुनी से ज़्यादा. तमाम सरकारी अफसर खुद दिन भर खड़े होकर कैंप की तैयारियां कराने में लगे हुए हैं. योगी आदित्यनाथ के सीएम हो जाने की वजह से इस बार कैंप में आने वाले नाथ सम्प्रदाय के संतों में खासी उत्सुकता व उल्लास का माहौल है. नाथ सम्प्रदाय के लोग इसे अपनी जमात की बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं. योगी बाबा का यह भव्य और दिव्य कैम्प पहले शाही स्नान पंद्रह जनवरी से पूर्व ही तैयार हो जाने की उम्मीद है. इस कैंप में इस बार खासी चहल- पहल रहने की उम्मीद है.
योगी बाबा के इस कैंप में संघ प्रमुख मोहन भागवत और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत कई दूसरे प्रमुख लोगों के भी आने की उम्मीद है. योगी आदित्यनाथ अपने इसी कैंप से विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आयोजित धर्म संसद में शामिल होने के लिए जाएंगे. योगी आदित्यनाथ का यह कैंप इस बार कुंभ आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ख़ास आकर्षण का केंद्र रहेगा.