प्रयागराज: यूपी के प्रयागराज में बैंक चोरी का अनूठा मामला सामने आया है. चोरी की ऐसी कहानी अब तक शायद कहानियों व फिल्मों में भी नहीं देखने को मिली होगी. इस मामले में चोर कोई और नहीं, बल्कि बैंक का वह अफसर ही है, जिस पर पर कैश को संभालकर रखने की ज़िम्मेदारी थी. बैंक अफसर ने दस-बीस लाख नहीं, बल्कि पूरे सवा चार करोड़ रूपये चोरी कर लिए. चोरी की वजह जानकर आप और भी हैरत में पड़ सकते हैं.
ये मामला बैंक आफ इंडिया का है जिसका करेंसी चेस्ट मैनेजर वशिष्ठ कुमार खजाने से अक्सर ही करोड़ों रूपये निकालकर उसे बाहरी लोगों को ऊंचे ब्याज पर दे देता था. बाहरी लोग जब पैसे चुकता कर देते थे तो वह निकाली गई रकम को वापस जमा कर देता था. सवा चार करोड़ रूपये की रकम भी उसने एक रियल स्टेट कारोबारी को पांच फीसदी मासिक ब्याज पर दे रखी थी. चूंकि लेन देन का सारा हिसाब वह खुद ही तैयार करता था, इसलिए किसी दूसरे को इस बारे में खबर ही नहीं होती थी.
पिछले दिनों बैंक का आडिट हुआ तो सवा चार करोड़ की रकम कम होने और इस अनूठी चोरी का पता चला. छानबीन में पता चला है कि करेंसी चेस्ट मैनेजर वशिष्ठ कुमार सालों से पैसे चोरी कर उसे बाहरी लोगों को ब्याज पर देता था. शुरुआत में वह कुछ लाख रूपये ही निकालता था, लेकिन मोटा ब्याज पाकर वह ज़्यादा रकम निकालने लगा. उसने अब तक लाखों रूपये ब्याज से कमा लिए हैं.
यह मामला प्रयागराज में बैंक आफ इंडिया के धूमनगंज इलाके की सुलेम सरांय ब्रांच व करेंसी चेस्ट का है. बैंक अफसरों ने चोरी के इस अनूठे मामले में आरोपी मैनेजर व ब्याज पर पैसे लेने वाले रियल स्टेट कारोबारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है. पुलिस अफसरों का कहना है कि इस मामले में जांच कर जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी.