राम मंदिर निर्माण: खराब स्वास्थ्य के चलते शंकराचार्य का कार्यक्रम स्थगित, अब 19 फरवरी को जाएंगे अयोध्या
अयोध्या कूच कार्यक्रम को रामाग्रह यात्रा का नाम दिया गया है. 19 फरवरी को प्रयागराज से रवाना होने के बाद स्वरूपानंद सरस्वती प्रतापगढ़ में रुकेंगे और फिर 20 फरवरी को सुल्तानपुर और फैज़ाबाद होते हुए अयोध्या पहुंचेंगे.
प्रयागराज: शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का अयोध्या कूच कार्यक्रम स्थगित हो गया है. खराब स्वास्थ्य के चलते स्वरूपानंद सरस्वती अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. शंकराचार्य अब 19 फरवरी को अयोध्या के लिए कूच करेंगे.
जानकारी के मुताबिक प्रयागराज के कुंभ मेले में दोपहर को सभा करने के बाद शाम करीब चार बजे स्वरूपानंद सरस्वती अयोध्या के लिए रवाना होंगे. 21 को अयोध्या में होने वाला शिला पूजन व शिलान्यास कार्यक्रम रहेगा यथावत है.
अयोध्या कूच कार्यक्रम को रामाग्रह यात्रा का नाम दिया गया है. 19 फरवरी को प्रयागराज से रवाना होने के बाद स्वरूपानंद सरस्वती प्रतापगढ़ में रुकेंगे और फिर 20 फरवरी को सुल्तानपुर और फैज़ाबाद होते हुए अयोध्या पहुंचेंगे.
शंकराचार्य ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए वह अयोध्या के शिलान्यास कार्यक्रम को कतई नहीं टालेंगे और ज़रुरत पड़ने पर जेल जाने को भी तैयार रहेंगे. उन्होंने सभी रामभक्तों से एक-एक पत्थर के साथ अयोध्या में प्रस्तावित शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचने की अपील की है. शंकराचार्य ने साफ़ तौर पर कहा है कि उनके शिलान्यास कार्यक्रम से अगर लोकसभा चुनावों में किसी पार्टी को फायदा या नुकसान होता है तो इसकी उन्हें कोई फ़िक्र नहीं होगी.
शंकराचार्य ने साफ़ तौर पर कहा कि मंदिर बनाना अब किसी के बस की बात नहीं, इसलिए वह खुद आगे आकर पहल करने जा रहे हैं.अयोध्या में वह अपने साथ ले जाई रही शिलाओं के साथ भव्य राम मंदिर का शिलान्यास करेंगे. वह जिन चार शिलाओं के साथ शिलान्यास करेंगे, उनके पूजन का काम पूरा हो चुका है.
शंकराचार्य पहले दावा कर चुके हैं कि शिलान्यास कार्यक्रम में पूरे देश से लोग एक-एक शिलाओं के साथ अयोध्या पहुंचेंगे. उनके मुताबिक़ अगर सरकार ज़ोर ज़बरदस्ती कर उन्हें शिलान्यास करने से रोकेगी तो मंदिर के लिए वह जेल जाने को भी तैयार रहेंगे.