लखनऊ: मुलायम परिवार की एक और सदस्य आज औपचारिक तौर पर राजनीति के मैदान में आ गईं. अखिलेश यादव ने अपने सौतले भाई प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव को लखनऊ कैंट से टिकट दिया है. आज कांग्रेस ने भी संकेत दिया है कि प्रियंका गांधी यूपी के चुनाव में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं. डिंपल यादव पहले से पार्टी में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं. अब सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि ये तीनों सियासी सहेलियां चुनावी मैदान में क्या करिश्मा दिखाती हैं ?



SP ने इस सीट से कभी नहीं जीता चुनाव


प्रियंका गांधी, डिंपल यादव और अब अपर्णा यादव. कांग्रेस-एसपी गठबंधन के इन तीन बड़े चेहरों के दिलचस्प रिश्ते पर चर्चा से पहले आपको बता दें कि अखिलेश यादव ने अपने सौतेले भाई प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव को जिस लखनऊ कैंट सीट से उम्मीदवार बनाया है, उस सीट पर समाजवादी पार्टी आजतक कभी नहीं जीती.


अपर्णा के लिए पार्टी का टिकट मिलना भी बड़ी बात


अपर्णा यादव का सियासी करियर समाजवादी पार्टी से शुरू तो हो गया लेकिन राह कांटों से भरी दिख रही है. उनके सामने हैं कांग्रेस से बीजेपी में आईं रीता बहुगुणा जोशी हैं.



अपर्णा के लिए राहत बस इतनी सी है कि रीता बहुगुणा जोशी ने कांग्रेस में रहते हुए ये सीट जीती थी और वही कांग्रेस अब अखिलेश की समाजवादी पार्टी के साथ है. वैसे मुलायम परिवार में पिछले दिनों जो कुछ हुआ, उसको देखते हुए अपर्णा के लिए पार्टी का टिकट मिलना भी बड़ी बात माना जा रहा है.


राजनाथ के पैर छूकर अपर्णा ने सियासत में मचा दी थी खलबली


अपर्णा यादव पहली बार सुर्खियों में तब आयी थीं जब साल 2014 में उन्होंने अखिलेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि यूपी में केवल भौकाल मंत्रालय काम करता है. उसके बाद पीएम मोदी की तारीफ करके और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पैर छूकर अपर्णा यादव ने सियासत में खलबली मचा दी थी.



नापतोल करके राजनीति करने में यकीन


अपर्णा यादव मुलायम सिंह के दूसरे बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं और उनके बारे में कहा जाता है कि वो नापतोल करके राजनीति करने में यकीन रखती हैं. पिछले दिनों सैफई परिवार औऱ समाजवादी पार्टी में जो कुछ हुआ, उसमें अपर्णा यादव अपनी तरफ से एक शब्द नहीं बोलीं. लेकिन मुलायम सिंह के करीबी जताने का अपर्णा ने मौका भी नहीं चूका.


समाजवादी पार्टी की सियासत में अब जेठानी-देवरानी


पिता-पुत्र के विवाद पर खामोश रहीं डिंपल यादव अखिलेश यादव की पत्नी हैं जबकि अपर्णा यादव के बारे में कहा जाता रहा है कि वो शिवपाल यादव के गुट के साथ थीं लेकिन समाजवादी पार्टी की सियासत में अब जेठानी-देवरानी साथ साथ करिश्मा दिखाने की तैयारी कर रही हैं.


तीन सहेलियों के करिश्मे पर रहेगी सबकी नजर


जेठानी-देवरानी के इस सियासी रिश्ते में एक और चेहरा इस बार समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के संयुक्त मंच पर करिश्मा बिखेर सकता है. खबर है कि प्रियंका गांधी डिंपल के साथ चुनावी मंच साझा कर सकती हैं. अब ये पता नहीं कि उस मंच पर अपर्णा यादव को जगह मिलेगी या नहीं लेकिन ये तो तय है कि सियासत की इन तीन सहेलियों के करिश्मे पर सबकी नजर रहेगी.