कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला के मुताबिक प्रियंका अपनी दो दिवसीय यात्रा में करीब 140 किलोमीटर का सफर तय करेंगी और इस दौरान विभिन्न स्थानों पर वह कार्यकर्ताओं और समाज के अलग-अलग वर्गों के लोगों से मुलाकात करेंगी.
प्रियंका के लिए 19 मार्च की शाम को वाराणसी के मशहूर अस्सी घाट पर एक स्वागत समारोह भी रखा गया है और वह 20 मार्च को दिल्ली रवाना होने से पहले काशी विश्वनाथ के दर्शन भी करेंगी. शुक्ला ने बताया कि कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी 17 मार्च को लखनऊ पहुंचेंगी और रात में प्रयागराज जाएंगी.
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उन्होंने कहा कि प्रयागराज में छटनाग से 18 मार्च की सुबह वह ‘गंगा-जमुनी तहजीब यात्रा’ शुरू करेंगी और करीब 40 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर वाराणसी के निकट दमदमा पहुंचेंगी जहां वह एक स्वागत कार्यक्रम में भाग लेने के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों और समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों से मुलाकात करेंगी.
शुक्ला ने बताया कि इसके बाद नौका से ही वह लाक्षागृह जाएंगी जहां 18 मार्च की रात में वह विश्राम करेंगी. अगले दिन यानी 19 मार्च को वह माढहा नामक स्थान पर स्वागत समारोह में शामिल होंगी.
उन्होंने बताया कि प्रियंका सीतामढ़ी और रामपुर होते हुए विंध्याचल मंदिर में दर्शन करेंगी. फिर वह चुनार जाएंगी और शीतला माता मंदिर में दर्शन करेंगी. इसके बाद उनका वाराणसी के अस्सी घाट पहुंचने का कार्यक्रम है जहां उनका स्वागत होगा और इसके साथ ही उनकी इस यात्रा का समापन होगा.
प्रियंका 20 मार्च को काशी विश्वनाथ के दर्शन करेंगी और फिर दिल्ली रवाना होंगी. गौरतलब है कि 23 जनवरी को कांग्रेस की महासचिव-प्रभारी नियुक्त होने के बाद से प्रियंका पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से लगातार मुलाकात कर रही हैं.
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