मोतिहारी: बिहार में पूर्ण शराबबंदी की पोल अधिकारियों ने खोल दी है. जहां मोतिहारी में कलेक्ट्रेट ऑफिस में कानून को ताक पर रखकर कर्मचारियों ने जमकर शराब पी. जब इसकी भनक जिलाधिकारी (डीएम) को लगी तो वह खुद मौके पर पहुंचे. जहां दो कर्मचारी समेत तीन को रंगे हाथ पकड़ा. तीन अन्य कर्माचारी भागने में कामयाब रहे. पुलिस ने शराब की खाली बोतलें जब्त की है. फरार कर्मचारियों की तलाश की जा रही है. डीएम के निर्देश पर उत्पाद विभाग ने सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया है.
गिरफ्तार कर्मियों ने शराब पीने वाले अपने सहयोगियों के नामों का खुलासा किया है. जिलाधिकारी रमन कुमार ने बताया कि इस मामले में कार्रवाई की गई है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि शराब पीने वाले सभी कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी.
शराब के बाद अब नीतीश बिहार में लगाएंगे खैनी पर भी बैन, 2014 से गुटखा पर भी लगी है रोक
आपको बता दें कि बिहार में दो साल से पूर्ण शराबबंदी है. मद्यनिषेध और उत्पाद विधेयक-2016 में कड़े सजा के प्रावधान किए गए हैं. इसके तहत तहत पांच साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा और नशे में पकड़े जाने पर न्यूनतम एक लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक आर्थिक दंड का प्रावधान हैं. पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि सरकारी मशीनरी में कुछ लोगों द्वारा शराबबंदी कानून का दुरुपयोग किया जा रहा है और इस समस्या का समाधान इसकी समीक्षा करने पर मिलेगा.