इलाहाबाद: उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में दलित छात्र दिलीप की हत्या पर हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा. कल शहर में जमकर बवाल और आगजनी हुई. हत्या का मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. छात्र की सरेआम हत्या ने योगी सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इस मामले में अब आरोपी के रिश्तेदार पूर्व बीजेपी विधायक से भी पूछताछ की जाएगी.


बीजेपी नेता सोनू सिंह से पूछताछ करेगी बीजेपी


एलएलबी छात्र दिलीप को कुछ लोगों ने पीट पीटकर मार दिया था. हत्या के तीन आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं. मुख्य आरोपी टीटीई विजय शंकर सिंह अब तक फरार है. खबर है विजय सिंह अपने रिश्तेदार और पूर्व बीजेपी विधायक सोनू सिंह के यहां सुल्तानपुर में जाकर छिपा था. पुलिस इस मामले में बीजेपी नेता सोनू सिंह से भी पूछताछ करेगी.


हत्या से गुस्साए छात्रों ने की आगजनी


योगी सरकार ने दिलीप के परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद का एलान किया है. दिलीप की हत्या के बाद तनाव के माहौल को देखते हुए इलाहाबाद में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. 26 साल के दिलीप सरोज की हत्या से गुस्साए छात्रों ने आगजनी की और बस को आग के हवाले कर दिया.


 


क्या है पूरा मामला?


बता दें कि 9 फरवरी की रात इलाहाबाद डिग्री कॉलेज से कानून की पढाई करने वाला दिलीप अपने तीन साथियों के साथ कर्नलगंज इलाके के कालिका होटल में खाना खाने आया था. लेकिन मामूली सी कहासुनी उसकी जान पर भारी पड़ गई. कुछ लोगों ने दिलीप पर सरेआम लोहे की रॉड और ईंट से एक के बाद एक कई हमले किए जिससे उसकी मौत हो गई.


वक्त पर आती पुलिस तो बच सकती थी युवक की जान- चश्मदीद


दलित छात्र की सरेआम हत्या के बाद से योगी सरकार और उनकी पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. एक चश्मदीद के मुताबिक, ‘’पुलिस वारदात के वक्त नहीं आई. अगर पुलिस मौके पर आ जाती तो 101 फीसदी दिलीप को बचाया जा सकता था.’’


वारदात में इस्तेमाल फॉर्चुनर कार भी बरामद


पुलिस ने इस हत्याकांड में होटल के वेटर मुन्ना सिंह, मुख्य आरोपी विजय शंकर सिंह के ड्राईवर रामदीन मौर्या समेत तीसरे आरोपी ज्ञान प्रकाश अवस्थी को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि मुख्य आरोपी विजय शंकर अब भी फरार है वहीं वारदात में इस्तेमाल फॉर्चुनर कार भी बरामद कर ली गई है.


वहीं लापरवाही के आरोप में इलाके के चौकी प्रभारी और दो सिपाहियों की निलंबित कर दिया गया है और एसएचओ के खिलाफ भी जांच के आदेश दे दिए गए हैं.